किसान परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर Delhi Police ने FIR दर्ज की है. इसमें 37 किसान नेताओं के नाम हैं. धरने में शामिल लगभग सभी नेताओं के नाम इसमें शामिल हैं. समयपुरी बादली की एफआईआर नंबर 39 में नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर और स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव का नाम है.
जमुरी किसान सभा पंजाब के कुलवंत सिंह संधू, भारतीय किसान सभा डाकोड़ा के बूटा सिंह, कवंलप्रीत सिंह पन्नू, किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू, सुरजीत सिंह फूल, जोगिंदर सिंह हरमीत सिंह कादियान, बलवीर सिंह राजेवाल, सतनाम सिंह साहनी, डॉ दर्शन पाल, भोग सिंह मनसा, बलविंदर सिंह ओलक, सतनाम सिंह भेरु, बूटा सिंह शादीपुर, बलदेव सिंह सिरसा, जगबीर सिंह टाडा, मुकेश चंद्र, सुखपाल सिंह डाफर, हरपाल सांगा, कृपाल सिंह नाटूवाला, राकेश टिकैत, कविता, ऋषि पाल अंबावता, वीएम सिंह और प्रेम सिंह गहलोत का नाम शामिल है.
दिल्ली पुलिस की इस एफआईआर में आपराधिक षड्यंत्र, डकैती, डकैती के दौरान घातक हथियार का प्रयोग और हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धाराओं समेत कुल 13 धाराएं लगाई गई हैं.
बता दें किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान मंलगवार को हुई झड़प में दिल्ली पुलिस के 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए है. एफआईआर में दावा किया गया है कि इलाके में 600 ट्रैक्टरों के जरिए 10 हजार से ज्यादा किसानों के दाखिल होने के बाद कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और लोहे के 70 बैरिकेड को तोड़ दिया गया. दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तिलक ब्रिज से लुटियन दिल्ली में दाखिल होने का प्रयास किया जबकि इंद्रप्रस्थ इस्टेट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गयी थी. प्राथमिकी के मुताबिक किसानों ने बैरिकेड तोड़ डाले और आईटीओ में ट्रैक्टरों से डीटीसी की बसों को टक्कर मारी और पुलिसकर्मी को कुचलने का प्रयास किया.