Lucknow: योगी सरकार सूबे के 5 हजार से ज्यादा गौ संरक्षण केंद्र (Cow Conservation Centers) को ग्रामीण रोजगार का जरिया बनाने जा रही है। हाल ही में CM Yogi Adityanath ने अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर इसके निर्देश दिए है। दरअसल, इस योजना के तहत बेरोजगार स्थानीय ग्रामीणों को 5150 गौ संरक्षण केंद्र से जोड़ा जाएगा। जिसमें स्थानीय लोगों का कार्य इन गौ संरक्षण केंद्र में लाई गई गौ वंश की देखभाल व उनका टीकाकरण करना होगा। साथ ही उनकी भागीदारी इन गौ संरक्षण केंद्रों की देखभाल, स्वच्छता और उसके आस-पास पौधारोपण करने में भी रहेगी। पौधारोपण के लिए वहीं के गोबर और गौ मूत्र का इस्तेमाल किया जाएगा। गौ संरक्षण की बाकी योजनाओं में भी ग्रामीणों को शामिल किया जाएगा।
#Lucknow– गौ संरक्षण केंद्रों को रोजगार का बड़ा जरिया बनाने की तैयारी में @myogiadityanath सरकार, CM योगी ने दिए स्थानीय लोगों की सहभागिता बढ़ाने के निर्देश, गौ संरक्षण केंद्रों की व्यवस्था को और बेहतर बनाएगी योगी सरकार,पशुओं की नस्ल सुधार की दिशा में काम करने की बड़ी योजना
— News1Indiatweet (@News1IndiaTweet) February 5, 2021
दरअसल, सूबे में तकरीबन 11.84 लाख बेसहारा गौ वंश हैं। सरकार की ओर से इन गौ वंशों लिए राज्य में 5150 अस्थायी निराश्रित गौ वंश आश्रय स्थल चलाए जा रहे हैं। जिसमें से गांव में 187 से ज्यादा बड़े गौ संरक्षण केंद्र बनाए गए हैं, जबकि शहरों में कान्हा गौशाला और कान्हा उपवन के नाम से 400 गौ-संरक्षण केंद्र स्थापित हैं। इन केंद्रों में अब तक 521,000 गौ वंशों को पनाह दी गई है।
बता दें, गौ पालकों को इन गौ संरक्षण केंद्रों के लिए राज्य सरकार की ओर से 120,000 रूपए प्रति 2 एकड़ जमीन के हिसाब से आर्थिक सहायता दी जा रही है। जिससे वहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। यह धनराशी 30 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से प्रति गो वंश के नाम हस्तांतरित की जाएगी। यह हर महीने पशु पालक के बैंक में सीधा ट्रांसफर होगी। सीएम योगी ने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के आदेश दिए कि यह धनराशी समय पर पहुंचें।