नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में आज पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह की चर्चा हो रही है । अजीत सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस ने धनंजय सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की है । उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक धनंजय के ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी है । लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया है ।
चलिये आज आपको हम बताते हैं कि कैसे धनंजय सिंह ने छात्र राजनीति से शुरुआत करते हुए, अपराध की दुनिया में बाहुबली का खिताब अपने नाम के साथ जुड़वा लिया और कैसे वह माननीय बनने के साथ एक वक्त में वाई कैटेगरी की सुरक्षा लैस शख्सियत बन जाता है ।
धनंजय सिंह की सार्वजनिक जीवन की शुरुआत जौनपुर के टीडी कॉलेज और लखनऊ विश्वविधालय से बतौर छात्र नेता होती है । बताया जाता है कि लखनऊ विश्वविद्यालय में धनंजय सिंह का परिचय बाहुबली छात्र नेता अभय सिंह से हुआ और यहीं से धनंजय सिंह छात्र नेता से बाहुबली बनने के रास्ते पर निकल पड़ा । धनंजय सिंह जिस रास्ते पर चल पड़ा था, उस रास्ते में केस मुकदमे आम होते हैं । जल्द ही धनंजय के उपर कई संगीन धाराओं में अलग अलग इलाकों में केस दर्ज हो गये और वह एक इनामी अपराधी घोषित हो गया ।
इनामी अपराधी घोषित होने के बाद धनंजय सिंह ने राजनीति की राह पकड़ने की सोची । कारण राजनीति में आकर वह सफेदपोश बन जाता और उसे उसके गुनाहों को संरक्षण मिल जाता । धनंजय सिंह ने अपनी राजनीति जौनपुर से शुरु करने का फैसला किया । जौनपुर के रारी विधानसभा क्षेत्र के एक दबंग को उसने अपना सियासी गुरु माना और उसकी मौत के बाद उस इलाके से 2002 में निर्दलीय विधायक बन गया । 2007 में जदयू के उम्मीदवार के तौर भी धनंजय सिंह विधानसभा पहुंचा ।
2009 के लोकसभा चुनाव से पहले धनंजय सिंह ने बसपा का दामन थाम लिया और जौनपुर से लोकसभा का टिकट भी हासिल कर लिया । 2009 के लोकसभा चुनाव में धनंजय की जीत होती है और वह लोकसभा पहुंच जाता है ।
हालांकि, 2012 के बाद धनंजय सिंह का सियासी तिलिस्म टूटने लगा । कारण, पहले उन्हें बसपा से निकाला गया और उसके बाद उसने अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा, जो चुनाव हार गयी । इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में वह खुद भी चुनाव नहीं जीत पाया ।
धनंजय सिंह की निजी जिंदगी भी बहुत फिल्मी है । उन्होंने तीन शादियां की हैं । उनकी पहली पत्नी ने खुदकुशी कर ली थी । दूसरी पत्नी घर के नौकरानी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हो गयी । इसके बाद दुसरी पत्नी से भी इनका तलाक हो गया । उन्होंने तीसरी शादी पेरिस में जाकर की थी ।
हत्या, लूट जैसे कई संगीन मामलों के आरोपी धनंजय सिंह की पूरी जिंदगी बॉलिवुड की किसी फिल्म की तरह है । अगर ये कहानी रुपहले पर्दे पर आती है तो इसके हिट होने की पूरी गारंटी है । लेकिन, आज हकीकत ये है कि किसी वक्त का माननीय आज फरार है । उस पर इनाम घोषित है और सरगर्मी से पुलिस उसको तलाश कर रही है ।