उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर दिल्ली तक सियासी भूचाल आया हुआ है .अब उत्तराखंड की राजनीति से जुड़ी सबसे बड़ी खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विदाई अब लगभग तय ,सूत्रों के मानें तो, पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद बीजेपी ने त्रिवेंद्र रावत को मुख्यमंत्री के पद से हटाने का फैसला किया है. कहा जा रहा है कि जल्द ही पार्लियामेंट्री बोर्ड से इस पर मुहर भी लग जाएगी. राज्य के नए मुख्यमंत्री के लिए जल्द ही विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी. इसी बैठक में नए नेता का चुनाव किया जाएगा.

चार साल से त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ था एक धड़ा, जानें क्यों की हटाने की मांग
2017 से त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने हैं तब से उनके खिलाफ पार्टी का एक धड़ा लगा हुआ है. केंद्रीय नेतृत्व के पास पिछले साल से फीडबैक था कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार और पार्टी संगठन के बीच समन्वय ठीक नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के 18 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व को त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए पत्र लिखा था. त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली तलब किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व ने राज्य के सियासी हालात पर मंथन किया.

कांग्रेस से बीजेपी में आए नेता त्रिवेंद्र सिंह से नाराज
दरअसल, 2017 से त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने हैं तब से उनके खिलाफ पार्टी का एक धड़ा लगा हुआ है. केंद्रीय नेतृत्व के पास पिछले साल से फीडबैक था कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार और पार्टी संगठन के बीच समन्वय ठीक नहीं है.
बीजेपी के 18 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व को दिया पत्र
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के 18 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व को त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए पत्र लिखा था. इन 18 विधायकों में कई मंत्री भी थे. कांग्रेस से बीजेपी में आए सभी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज चल रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव से पहले इन नेताओं की नाराजगी पार्टी को काफी नुकसान कर सकती है.

इनमें कई मंत्री और विधायक भी हैं. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस से आए कई मंत्रियों और विधायकों ने बीजेपी उपाध्यक्ष रमन सिंह और पार्टी महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम को साफ कर दिया था कि अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत को नहीं हटाया गया तो वे इस्तीफ़ा दे देंगे. त्रिवेंद्र सिंह रावत के परिवार पर भी सरकार के कामकाज में दखल देने का आरोप लगता रहा है. माना जा रहा है कि इसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को पार्टी आलाकमान ने दिल्ली तलब किया
सीएम की रेस में ये नाम आगे
वहीं, उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की रेस में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और धन सिंह रावत का नाम आगे है. तीनों में से किसी एक को नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि, सतपाल महाराज ने इस सिलसिले में संघ के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की थी. कहा जा रहा है कि नए सीएम के लिए सतपाल महाराज के नाम पर भी चर्चा चल रही है.
हालांकि, बीजेपी के विधायक और उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता मुन्ना चौहान ने राज्य में सीएम बदलने की अटकलों को खारिज किया है. मुन्ना ने कहा कि सीएम रावत को पार्टी का पूरा समर्थन है. उन्होंने यह भी कहा कि देहरादून में विधायक दल की औपचारिक बैठक नहीं हुई है