दिल्ली : मंगलवार को दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया । अगले वित्त वर्ष के लिये सरकार ने 69,000 करोड़ को बजट पेश किया है । उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पहली बार दिल्ली का पेपर लैस बजट पेश किया । दिल्ली का बजट पेश करते हुअ मनीष सिसोदिया ने कहा कि राज्य सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने का फैसला किया है। इसके लिए वह 12 मार्च से 75 सप्ताह तक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा । दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि 500 स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज लहराने के लिए 45 करोड़ रुपये की लागत से ऊंचे ध्वज स्तम्भ लगवाये जायेंगे । इस बार दिल्ली सरकार का बजट देशभक्ति पर आधारित है । इसी के तहत सरकार ने भगत सिंह की जीवनी पर आधारित कार्यक्रमों के लिए बजट में 10 करोड़ रुपये का आवंटन करने का फैसला किया है ।
दिल्ली के लोगों को कोरोना वैक्सिन भी मुफ्त में लगाने का प्रावधान इस बजट में किया गया है । इसके लिये 50 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है । 2047 तक दिल्ली की आबादी क़रीब 3 करोड़ 28 लाख तक पहुंच जाएगी । इसके लिये बजट में बुनियादी ढांचा की नींव रखने का ऐलान किया गया है । दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार अब क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देगी । दिल्ली सरकार ने बजट में दिल्ली में सैनिक स्कूल खोलने का ऐलान किया है । बजट में केजरीवाल सरकार ने पढ़े-लिखे सफल युवाओं को यूथ फॉर एजुकेशन के नाम से योजना लागू करने का एलान किया है । दिल्ली में खेलों को बढ़ावा देने के लिये इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने का फैसला बजट में किया गया है । आजादी के 100वें साल यानि 2048 में दिल्ली में ओलंपिक खेल के आयोजन का दावा कराने का फैसला सरकार ने किया है । इसके लिये सभी सुविधायें सरकार विकसित करेंगी ।
इस वित्तीय वर्ष में दिल्ली का बजट 69,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित है । 2014-15 में दिल्ली का बजट 30,940 करोड़ रुपये था । जो की इस बजट राशि से दोगुने से ज़्यादा है । दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि दिल्ली में प्रति व्यक्ति व्यय 2015-16 के 19,218 रुपये से बढ़कर इस साल 33,173 रुपये हो सकते हैं ।