उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश को आजादी 1947 में मिल गई, लेकिन भगवान श्रीराम की तपोस्थली बुंदेलखंड के हिस्से में पलायन, बेरोजगारी, सूखा आया और धर्मस्थलों, वन्य एवं प्राकृतिक संपदा पर डकैतों, माफियाओं का कब्जा रहा। सत्तर के दशक में बनी योजनाएं आज तक पूरी नहीं की गईं।
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा सत्तर के दशक में बनी योजनाएं आज तक पूरी नहीं की गईं। मुख्यमंत्री ने कहा, “नेताओं के घर बने, उनके बच्चे विदेश पढ़ने गए, लेकिन बुंदेलखंड की गरीबी नहीं गई थी। बुंदेलखंड के विकास का पैसा चंद लोगों की जेब में जाता रहा। चंद लुटेरे बुंदेलखंड को कंगाल कर खुद मालामाल होते रहे। भाजपा सरकार में अब ऐसा नहीं हो सकता। यदि किसी ने ऐसा किया तो उसकी वही दुर्गति होगी जैसी डकैतों और माफियाओं हुई।”

योगी बुधवार को धर्मनगरी चित्रकूट में रसिन बांध परियोजना एवं चिल्लीमल पंप नहर परियोजना का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से 5000 हेक्टेयर भूमि को जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। दोनों परियोजनाएं यहां की धरती से सोना उगलवाने का कार्य करेंगी। अब यहां के किसान दो से तीन फसल भी ले सकेंगे। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि आप ड्रिप इरिगेशन से जुड़िए, ताकि आपकी 5000 हेक्टेयर फसल 15000 हेक्टेयर में बदल जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बुंदेलखंड का समग्र विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यहां विकास के साथ ही बेरोजगारी दूर होगी। बड़े उद्योग धंधों की स्थापना की जाएगी। हर घर को नल से जल उपलब्ध होगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के माध्यम से रोड की शानदार कनेक्टिविटी मिलेगी तो जल्द ही हम यहां से हवाईसेवा भी शुरू करने जा रहे हैं। अब यहां की प्राकृतिक संसाधनों का माफिया दोहन नहीं करने पाएंगे। यहां का पैसा यहीं के विकास पर खर्च होगा।
योगी ने कहा कि पहले लोग विकास कार्यो के लिए पैसा ही नहीं देते थे। पैसा दिया भी तो परिवार के लोगों को ठेका देकर उसका बंदरबांट कर लेते थे। उन्होंने कहा, “2014 में मोदी जी पीएम बने तो उन्होंने उस समय की राज्य सरकार से कहा कि विकास के लिए पैसा ले जाओ, मगर तबकी सरकार पैसा लेने ही नहीं गई।”

उन्होंने कहा कि भोलेभाले अन्नदाता के कंधे पर बंदूक रखकर भारत के विकास को अवरुद्ध करने वालों को करारा जवाब देने की जरूरत है। योगी ने कहा कि किसानों को बरगलाया जाता है कि कॉन्ट्रैक्ट खेती से जमीन बंधक बना ली जाएगी। यह कोरी कल्पना है। उन्होंने कहा, “वैद्यनाथ समूह ने हर्बल प्रोजेक्ट में यहीं के किसानों से माल खरीदने का कार्य किया। किसी की जमीन कब्जा नहीं की, बल्कि लोगों को मुनाफा दिया।
CM Yogi Adityanath
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की धरती ऋषि-मुनियों के तप से लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाली रही है। यह वह धरती है, जिसने वनवास काल में प्रभु श्रीराम को शरण दिया। देश के आजाद होने के 70 दशक बाद भी किया धरती प्यासी रहे, यह कैसे हो सकता है।
उन्होंने कहा, “त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा था, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। आज इसके दर्शन करने हों तो बुंदेलखंड इसका साक्षात उदाहरण है। हमारी सरकार बुंदेलखंड को भगवान श्रीराम के भाव के अनुरूप स्वर्ग जैसा बनाने का कार्य कर रही है। चार वर्षो में चित्रकूट में धार्मिक पर्यटन के विकास का कार्य किसी से छुपा नहीं है। पूरे बुंदेलखंड में सर्वत्र कुछ ना कुछ परिवर्तन दिखाई दे रहा है।