1 अप्रेल से शुरु होने वाले कुंभ की तैयारियां ज़ोरो पर हैं. कोरोना के चलते कुंभ सिर्फ 30 दिनों तक ही चलेगा .सरकार ने कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से कोविड गाईडलाइन का पालन करने की अपील की है. कुंभ में आने वालों के लिए अब कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता अब खत्म कर दी है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि, 1 अप्रैल से हरिद्वार के कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य नहीं होगा. राज्य सरकार के इस फैसले से कुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को राहत मिलने की उम्मीद है. साथ ही उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा लिए गए देवस्थानम बोर्ड और गैरसैंण मंडल के विवादित फैसले पर पुनर्विचार करने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि, “हम इन विवादास्पद मामलों में जनभावना को ध्यान में रखते हुए ही कोई फैसला लेंगे.”

साधु संतों ने जताई थी नाराजगी
कुंभ मेले के दौरान कोरोना के लिए जारी की गई केंद्र और राज्य सरकार की एसओपी और कोविड नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर साधु संतों समेत श्रद्धालुओं ने भी अपनी नाराजगी जताई थी. साधु संतों का साफ कहना था कि, कुंभ का नाम आते ही सरकार कई तरह की बंदिशें लगा रही है, जबकि देश के कई राज्यों में चुनाव की तैयारी चल रही है, वहां पर सरकार को कोरोना का साया नहीं दिखता है.