केन्द्र और प्रदेश में सरकार में साझीदार होने के बाद अकेले दम पर पंचायत चुनाव लड़ने पर गठबंधन पर पड़ने वाले असर को अनुप्रिया पटेल ने नकार दिया है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव सिंबल पर नहीं लड़े जाते हैं.
अपना दल एस त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सभी सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने ऐलान कर चुकी है.

इस बात का ऐलान पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया है. प्रयागराज के टैगोर टाउन के वंशी भवन में आयोजित जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भारी भीड़ जुटाकर अनुप्रिया पटेल ने शक्ति प्रदर्शन किया और राजनैतिक विरोधियों को अपनी ताकत का भी एहसास कराया.
उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को जीत का मंत्र भी दिया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारे लिए पंचायत चुनाव एक रिहर्सल भर है. लेकिन पार्टी की असली तैयारी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पंचायत चुनावों के बहाने पार्टी बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करेगी. जिसके आधार पर ही 2022 में पार्टी विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरेगी.

गठबंधन पर कोई असर नहीं
केन्द्र और प्रदेश में सरकार में साझीदार होने के बाद अकेले दम पर पंचायत चुनाव लड़ने पर गठबंधन पर पड़ने वाले असर को अनुप्रिया पटेल ने नकार दिया है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव सिंबल पर नहीं लड़े जाते हैं, केवल पार्टियां अधिकृत उम्मीद्वार चुनाव मैदान में उतारती हैं. उन्होंने पंचायत चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की भी उम्मीद जतायी है. वहीं इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने हुए अनुप्रिया पटेल ने भारतीय न्यायिक सेवा के गठन की मांग भी है. उन्होंने कहा है कि अपनी इस मांग को वे संसद में भी उठा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि न्यायिक सेवाओं में पिछड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व न के बराबर है और संविधान में भी भारतीय न्यायिक सेवा के गठन की व्यवस्था है. इसलिए अगर भारतीय न्यायिक सेवा का गठन होता है तो बड़ी संख्या में ओबीसी के भी प्रतिभावान छात्र इन सेवाओं में चयनित होकर न्यायिक सेवा में पहुंचेंगे.