मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में आम आदमी पार्टी की किसान पंचायत में पहुंचे राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी पंचायतें कर रही हैं. लेकिन इन पंचायतों को लेकर कोई प्रतियोगिता नहीं है. उन्होंने कहा कि रैली, सभा, पंचायतों को लेकर किसी से कम्पटीशन नहीं है. संजय सिंह ने कहा कि किसानों को लेकर सब लोग एक साथ हैं. उन्होंने कहा कि कृषि क़ानून को वापस कराने के लिए जितनी क्षमता हैं लगाएंगे. संजय ने कहा कि पंचायतें जितनी ज्यादा होंगी बात दूर तक पहुंचेगी.
योगी सरकार के चार साल पूरा होने पर भी आप नेता संजय सिंह ने जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि चार साल यूपी बेहाल, मंत्री-अधिकारी मालामाल, जनता हो गई कंगाल. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार की चार साल की हक़ीकत यही है. संजय सिंह ने कहा कि इस सरकार में पिछले चार साल में यूपी की जनता ने नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टचार का सामना किया है. तहसील में रिश्वत, अस्पताल में रिश्वत, थाने में रिश्वत, नौकरी के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि तमाम योजनाओं के अंदर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. यहां तक कि कोरोना महामारी के दौरान भी भ्रष्टाचार हुआ है.

‘यूपी में चार साल में ऐसे कांड देखे तो 73 साल में न हुए’
राज्यसभा सांसद ने कहा कि यूपी ने चार साल के अंदर ऐसे-ऐसे कांड देखे जो तिहत्तर साल में नहीं हुए. बिकरू कांड, हाथरस कांड का ज़िक्र करते हुए कहा कि अपराध के मामले में यूपी नम्बर वन बन गया है. संजय सिंह ने कहा कि नौजवानों को रोजगार तो नहीं मिला लेकिन रोज़गार का झूठा वीडियो ज़रुर बना. जल जीवन मिशन में भी जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कई कागज़ात उनके पास आ गए हैं और बहुत जल्द अगली किश्त का खुलासा वो करेंगे.
हर मोर्चे पर विफल यूपी सरकार
किसानों की कर्ज़माफी को लेकर उन्होंने कहा कि दो पैसे, नौ रुपए, तीन रुपए का कर्ज़ा माफ किया गया. यानि कर्ज़ माफी के नाम पर किसानों की गरीबी का मज़ाक उड़ाया गया. उन्होंने कहा कि चार वर्ष में सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है. जब भी चुनाव आएगा जनता इसका जवाब देगी. उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में वो लगातार किसानों के मुद्दे उठाते रहे हैं. पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि एक कॉल की दूरी पर हूं लेकिन अफसोस की बात है कि एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया लेकिन किसानों को एक भी कॉल नहीं की गई. उन्होंने कहा कि सरकार को कुम्भकर्णी नींद से जाग जाना चाहिए.
निजीकरण से 35 लाख नौकरियां समाप्त हो जाएंगी
निजीकरण की प्रक्रिया को लेकर संजय सिंह ने कहा कि इससे पूरे देश में सरकारी नौकरियां खत्म हो जाएंगी. संजय ने कहा कि सरकार रेल बेच रही सेल बेच रही है, कोल इंडिया बेच रही है. एअरपोर्ट बेच रही है, स्टेडियम बेच रही है, एफसीआई बीपीसीएल एलआईसी बैंक बिजली सड़क पानी सहित पूरा हिन्दुस्तान बेच रही है. उन्होंने कहा कि अगर निजीकरण होगा तो पूरी तरह से आरक्षण खत्म होगा और सवणोर् को इससे ख़ुश होने की ज़रुरत नहीं है क्योंकि 10 प्रतिशत आरक्षण गरीबी सर्वणों के लिए भी हैं. वो भी समाप्त हो जाएगा. संजय ने कहा कि निजीकरण से 35 लाख नौकरियां समाप्त हो जाएंगी. संजय सिंह आज मेरठ के कैली में किसान पंचायत को संबोधित करने पहुंचे थे.