सरकारी विभागों के काम को बेहतर करने की दिशा में मंगल फांट के इस्तेमाल को मंजूरी मिल चुकी है. मुख्य सचिव ने सभी सरकारी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखकर कंप्यूटरों में मंगल फांट डाउन लोड करने के निर्देश दिए हैं. इससे दूसरे विभागों को भेजी जाने वाले डाक्यूमेंट में फांट मिसिंग की समस्या से कर्मचारियों और अधिकारियों को नहीं जूझना पड़ेगा. शासन के निर्देश के बाद कई विभागों ने मंगल फांट कंप्यूटरों में डाउनलोड करने का काम शुरू भी कर दिया है.
अभी तक अलग-अलग विभागों में हिंदी के अलग-अलग फांट चांदनी, कृतिदेव आदि का इस्तेमाल होता था. कोरोना कॉल में वर्क फ्रॉम होम के दौरान फांट अलग-अलग होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. अलग-अलग फांट का प्रयोग होने से एक विभाग से दूसरे को भेजी जाने वाली फाइलों में फांट मिस होने के कारण कई जरूरी फाइलें भी बीच में ही अटक गईं. फांट मिसिंग की समस्या इतनी गहराई की इसकी गूंज शासन तक भी पहुंची थी. इसके चलते शासन के मुख्य सचिव राजीव ने एक निर्देश जारी कर सचिवालय और समस्त विभागों को सभी काम अब यूनीकोड मंगल फांट में ही करने के निर्देश जारी किए. इसके पीछे उनका मानना है कि ज्यादातर विभाग एक-दूसरे से कनेक्टेड हैं. इस कारण कंप्यूटर फाइलों का भी आदान-प्रदान होता है. जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए जाते हैं. एक फांट यूनीकोड मंगल में काम किए जाने से इस प्रकार की समस्याएं सामने नहीं आएंगी.
डाक्टर वीरेश राज शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि शासन के निर्देश पर कंप्यूटर में हिंदी फांट मंगल को डाउन लोड करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. जल्द ही जिला कारागार में मंगल फांट डाउन लोड कर दिया जाएगा. अलग-अलग फांट होने के कारण कई महत्वपूर्ण फाइलें बीच में ही मजबूरी में अटक जाती थीं. सभी विभाग मंगल फांट का इस्तेमाल करेंगे तो इस प्रकार की समस्या सामने नहीं आएगी.