जस्टिस एनवी रमणा भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश हो सकते हैं । मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबड़े ने उनका नाम केंद्र को भेजा है । अगर उनकी नियुक्ति हो जाती है तो वह 23 अप्रैल को पद संभालेंगे और इस पद पर 26 अगस्त 2022 तक रहेंगे ।

जस्टिस एनवी रमणा का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में हुआ था । 10 फरवरी 1983 को उन्होंने वकील के तौर पर अपने करियर की शुरूआत की थी । जस्टिस रमणा आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश और कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर चुके हैं । इसके बाद 2 सितंबर 2013 में उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया । 17 फरवरी 2014 को वे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने ।

सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर जस्टिस रमणा कई एतिहासिक फैसलों के हिस्सा रहे हैं । जस्टिस रमणा उस खंडपीठ का हिस्सा थे जिसने इस साल की शुरुआत में घर में एक महिला के काम के महत्व को समझाया था । वे उस खंडपीठ का हिस्सा भी थे जिसने जम्मू-कश्मीर में 4 जी मोबाइल इंटरनेट की अनुमति देने की मांग के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था ।

भारत में मुख्य न्यायधीश रिटायरमेंट के एक महीने पहले अपनी सिफारिश भेजते हैं । इसमें सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज का नाम होता है । जिसके बाद केंद्र सरकार मुख्य न्यायाधीश की सिफारिश को राष्ट्रपति के पास भेजते हैं ।