वन अधिकारी दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र सरकार ने वन सेवा अधिकारी के बड़े नेता को निलंबित कर दिया है. मेलघाट के पूर्व रीजनल डायरेक्टर एमएस रेड्डी को दीपाली चव्हाण खुदकुशी मामले में निलंबित किया है. दीपाली चव्हाण ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था, इस नोट में उन्होंने शिवकुमार पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इसको लेकर दीपाली चव्हाण ने अधिकारी एमएस रेड्डी के समक्ष शिकायत भी दर्ज करवाई थी, लेकिन रेड्डी ने इसको लेकर कोई कार्यवाही नहीं की. खबर के मुताबिक दीपाली चव्हाण ने 4 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था, इसमें उन्होंने अपने ऊपर घटित दरिंदगी की पूरी सच्चाई बयां की थी.
शिवकुमार करता था दीपाली चव्हाण को परेशान
सुसाइड नोट में दीपाली चव्हाण ने बताया कि कैसे अधिकारी शिवकुमार उसके साथ अभद्र व्यवहार करता था, वहीं विरोध के बाद महिला अधिकारी को भारी काम देकर टार्चर किया जाता था. सुसाइड नोट में दीपाली ने जानबूझकर अपनी सैलरी रोके जाने की बात कही, ताकि उसे परेशान किया जा सके. पुलिस ने शिवकुमार (डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट) को तब गिरफ्तार किया, जब वह ट्रेन में भागने की कोशिश कर रहे थे.
आरोपी शिवकुमार को हो फांसी – दीपाली चव्हाण की मां
दीपाली चव्हाण की मां ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बेटी ने अपने ऊपर हो रहे अत्याचार की शिकायत एमएस रेड्डी से की थी, लेकिन रेड्डी ने कोई भी कार्यवाही नहीं की. उसे (शिवकुमार) फांसी की सजा होनी चाहिए. आपको बता दें कि लेडी सिंघम नाम से जानी जाने वाली दीपाली चव्हाण ने सरकारी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले में बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बातचीत करके ज्ञापन सौंपा है, और आरोपियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है.