भारतीय सेना (Indian Army) ने 132 सालों से चल रही मिलिट्री फार्म (Military Farm) को बंद करने की घोषणा की. मिलिट्री फार्म बुधवार से आधिकारिक रूप से बंद हो जाएगा. आपको बता दें कि सेना का मिलिट्री फार्म देशभर में अलग अलग जगहों पर लगभग 22 हजार एकड़ में फैला हुआ था. इसकी फार्मिंग अम्बाला, कोलकाता, श्रीनगर, आगरा, पठानकोट, लखनऊ, मेरठ, इलाहबाद और गुवाहाटी आदि जगहों में थी. सेना के मिलिट्री फार्म की शुरुआत अंग्रेजों के समय हुई थी, और इसकी शुरुआत सुरक्षा बल को ताजा और शुद्ध दूध उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया था.
एएनआई से बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल शशांक मिश्रा ने बताया, लगभग 132 सालों की सेवा के बाद मिलिट्री फार्म अपनी सेवाएं बंद कर रही है. इसकी शुरुआत 1 फरवरी 1889 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुई थी. आजादी प्राप्त होने तक भारत के पास 130 फार्म थे, और वाइट रेवोलुशन की शुरुआत से पहले ये हमारे लिए बहुत उपयोगी साबित हुए.
मिलिट्री फार्म के इतिहास को जिन्दा रखने के लिए इसका झंडा आर्मी म्यूजियम में
Verghese Kurien ने 1970 में ऑपरेशन फ्लड की शुरुआत की. मिश्रा ने साथ ही कहा, मिलिट्री फार्म ने डेरी फार्मिंग में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने आर्मी चीफ की ओर से मिलिट्री फार्म के सभी सदस्यों को बधाई दी. मिश्रा ने कहा, आज हम इस मिलिट्री फार्म को बंद कर रहे हैं, ये हमारे लिए बहुत भावुक लम्हा है. इसका झंडा आर्मी के म्यूजियम में रखा जाएगा.