31 मार्च को केंद्रीय सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने का फैसला लिया था, इसके अगले ही दिन यानी 1 अप्रैल को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि सरकार ने ये आदेश वापस ले लिया है. इस पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार को घेरा है, उन्होंने सरकार पर चुनावी खेल खेलने का आरोप लगाया.

दिग्विजय सिंह का आरोप, चुनाव के कारण वापस हुआ फैसला

कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने पांच राज्यों में चुनाव के कारण अपना ये आदेश वापस ले लिया है, उन्होंने लिखा कि आप जनता से वादा भी कीजिए कि चुनावों के बाद भी ब्याज दर नहीं घटाई जाएगी. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, चुनाव के डर से मोदी शाह निर्मला सरकार ने अपना गरीब व आम आदमी की स्मॉल सेविंग की ब्याज दर का निर्णय बदल दिया। धन्यवाद, लेकिन निर्मला जी यह वादा भी कर दीजिए कि चुनाव हो जाने के बाद भी आप फिर से ब्याज दर नहीं घटाएंगी। दिग्विजय सिंह ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, निर्मला जी यह भी हमें बता दें कि किसकी Oversight से यह आदेश निकले और ऐसे समय में जब भाजपा लोगों को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है यह आदेश कैसे निकल गया।

आदेश में घटाई गई थी ब्याज दरें

आदेश के मुताबिक, छोटे सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें कम करके 4 से 3.5 फीसदी कर दिया गया था. वहीँ पीपीएफ अकाउंट पर भी ब्याज दर 6.4 कर दिया गया था, जबकि पहले ये 7.1 थी. वहीँ वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली ब्याज डर भी घटा दी गई थी, इसे 7.4 से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया था. वहीं, सुकन्या समृद्धि खाता धारकों की ब्याज दरों में 0.7 फीसदी की कटौती की गई थी, इसे 7.6 से घटाकर 6.9 फीसदी किया गया था.