करीब दो साल बाद पंजाब की जेल से लौटा गैंगस्टर मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश की बांदा जेल पहुंच चुका है. कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने कहा है कि जेल सुप्रिटेंडेंट, जेलर समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश है कि नियमों के विपरीत मुख्तार अंसारी को कोई सुविधा न दी जाए. अन्य कैदियों की तरह मुख्तार भी एक बंदी है.
बहुजन समाज पार्टी के विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस आज कड़ी सुरक्षा के बीच बुंदेलखंड की बांदा जेल लेकर पहुंची. पंजाब की रोपड़ जेल से अंसारी को लेकर आ रहे सुरक्षाकर्मियों ने 900 किलोमीटर लंबी यात्रा पूरी की. फिलहाल माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को जेल की बैरक नंबर 16 में रखा गया है. अभी उसका परिवार भी कोरोना के कारण उससे नहीं मिल पाएगा.

समान्य कैदियों की तरह ही रहेगा मुख्तार
मुख्तार की ओर से अभी किसी तरह की कोई मांग नहीं की गई है. मुख्तार को जिस बैरक में रखा गया है, उसे तन्हाई बैरक करहते हैं. बैरक के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.जेल सुप्रिटेंडेंट, जेलर समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश है कि नियमों के विपरीत कोई सुविधा न दी जाए. अन्य कैदियों की तरह मुख्तार भी एक बंदी है.
विशेष अदालत ने मुख्तार को किया तलब
बता दें कि लखनऊ में एमपी एमएलए (सांसद-विधायक) की विशेष अदालत ने 12 अप्रैल को अभियुक्त मुख्तार अंसारी को साल 2000 में कारापाल और उप कारापाल पर हमला करने, जेल में पथराव तथा जानमाल की धमकी देने के मामले में आरोप तय करने के लिए व्यक्तिगत रूप से तलब किया है.
मुख्तार अंसारी की जेल में वापसी को लेकर सुरक्षा के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. जेल के बाहर और भीतर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं. जेल की बैरक संख्या-16 में रोशनी, पानी की व्यवस्था और साफ सफाई पहले की दुरुस्त की जा चुकी है. बैरक संख्या-16 में अन्य कैदियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है और बैरक के अंदर भी तीन सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. अंसारी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर के होटलों और मकानों के किरायेदारों की भी छानबीन की जा रही है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बांदा जेल आया मुख्तार
गौरतलब है कि अंसारी को लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और पंजाब सरकार के बीच सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चला. सुप्रीम कोर्ट के 26 मार्च के एक आदेश पर कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने 57 साल के अंसारी को रूपनगर जेल से वापस बांदा जेल में लाने के लिए अपनी हिरासत में ले लिया था. उत्तर प्रदेश पुलिस ने एंबुलेंस, दंगा रोधी वाहन और भारी सुरक्षा बल के साथ अंसारी को लेकर रोपड़ जेल से बांदा लाने तक करीब 14 घंटे का सफर पूरा किया.
अंसारी के खिलाफ 52 मामले दर्ज
उत्तर प्रदेश और अन्य राज्योंद में अंसारी के खिलाफ 52 मामले दर्ज हैं और इनमें 15 में तफ्तीश चल रही है. अंसारी पर पूर्वांचल में कई जघन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने और कई पुलिसकर्मियों की हत्या करने का भी आरोप है. अंसारी ने प्रदेश के कुख्यात अपराधियों और शूटरों का एक गिरोह बनाया और सीमावर्ती राज्य बिहार के शहाबुद्दीन गिरोह से भी संपर्क बनाकर रखा. उत्तर प्रदेश सरकार ने अंसारी गिरोह के गुर्गों और उसे शरण देने वालों पर आर्थिक कार्रवाई की और उसके सहयोगियों की करीब 192 करोड़ की संपत्ति जब्त एवं नष्ट की