किसानों और केंद्र सरकार के बीच कई महीनों से विवाद चल रहा है, अब तो किसान जगह जगह महापंचायत आयोजित कर चुके हैं और सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश दिखा चुके हैं. हालांकि इस आंदोलन में एक समय ऐसा था जब केंद्र सरकार और किसानों के बीच वार्ता चल रही थी, तब ऐसा लग रहा था कि बातचीत के सहारे मामला सुलझ सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
10 से अधिक दौर की वार्ता के बाद भी मामला अटका रहा, और किसान अपनी मांगों के साथ दिल्ली समेत आसपास के बॉर्डर्स पर बैठे रहे. किसानों को आंदोलन करते हुए करीब साढ़े 4 महीनों से अधिक हो चुका है, लेकिन अब दोबारा वार्ता शुरू नहीं हो सकी है. हालांकि हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के बयान से कुछ उम्मीद नजर आ रही है, कि किसान और सरकार के बीच वार्ता एक बार फिर शुरू हो सके.

बातचीत शुरू करने को लेकर लिखूंगा पत्र – अनिल विज
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ट्वीट करते हुए लिखा, आज हरियाणा के बॉर्डर पर किसानों का इतना बड़ा जमावड़ा लगा हुआ है, कोरोना बहुत तेज़ी से फैल रहा है. मुझे उनको (किसानों) भी कोरोना से बचाना है. मैं केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखने वाला हूं कि बातचीत का सिलसिला दोबारा शुरू किया जा सके. आपको बता दें कि पंजाब के किसानों के बाद प्रदर्शन में शामिल होने वाले सबसे ज्यादा किसान हरियाणा के ही नजर आए हैं. देखना होगा कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत का दौर अब कब शुरू हो पाता है.