प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी यानी फिनटेक पर आयोजित इनफिनिटी फोरम का आज उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने फिनटेक क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के स्तर पर किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। दो दिन तक चलने वाले इस फोरम में विश्व के 70 देश हिस्सा ले रहे हैं। इस मौके पर दिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत तकनीक और इनोवेशन को कितना तेजी से अपना रहा है। डिजिटल इंडिया ने कई दरवाजे खोल दिए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि फिनटेक इनिशिएटिव को फिनटेक रिवोल्यूशन में बदला जाना चाहिए। एक ऐसी क्रांति जो देश के हर व्यक्ति को आर्थिक रूप से मजबूत करे। पीएम मोदी ने कहा कि हम इस बात में विश्वास रखते हैं कि अपने अनुभवों को विशेषज्ञों के बीच बांटों और उनसे सीखो।
भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सोल्यूशन की वजह से पूरी दुनिया में रहने वाले लोगों की जिदंगी बेहतर हुई है। ये भारत के लोतांत्रिक मूल्यों और हमारी मांग, हमारी भौगोलिक विविधता, हमारे विचारों, हमारे निवेश और हमारे इनोवेशन का भी प्रतिनिधित्व करता है। पीएम ने कहा कि देश में पिछले साल एटीएम कैश विड्रो करने से अधिक लोगों ने पैमेंट के लिए अपने मोबाइल का इस्तेमाल किया।
पीएमओ की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि दो दिनों तक चलने वाले इस फोरम में इस बात पर जोर-शोर से विचार किया जाएगा कि इससे जुड़ी इंडस्ट्री को कैसे तकनीक और बिजनेस दोनों की नजरिए से मजबूत किया जा सके। इस फोरम को इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर्स आथरिटी (IFSCA) ब्लूमबर्ग और भारत सरकार के सहयोग से होस्ट कर रहा है। पीएम मोदी ने बुधवार को एक कार्यक्रम में युवाओं के स्टार्टअप शुरू करने पर उनकी हौंसला अफजाई की थी। उन्होंने कहा था कि युवाओं को इस फोरम में भी हिस्सा लेना चाहिए। पीएमओ की जानकारी के मुताबिक फिनटेक को सीमाओं से पार होकर आगे बढ़ना चाहिए।
(अमृता सिंह चौहान)