नई दिल्ली। प्रतापगढ़ के लालगंज तहसील में तैनात नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई है, तहसील में तैनात नायब नाजिर ने उपजिलाधिकारी पर मारपीट करने का आरोप लगाया था और लहूलुहान हालत में वह बृहस्पतिवार 31 मार्च को एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाता रहा। उधर, एसडीएम ने आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि नायब नाजिर नशे में धुत होकर आए दिन हंगामा करता है।
क्या था पूरा मामला
पूरा मामला लालगंज तहसील का है जहाँ पर सुनील कुमार शर्मा नायब नाजिर के पद पर तैनात है। वह नगर स्थित सरकारी आवास में रहता है। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 11 बजे वह तहसील पहुंचा और एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह पर मारपीट करने का आरोप लगाने लगा। अधिवक्ताओं के साथ ही मीडियाकर्मियों को वह अपनी लहूलुहान पीठ दिखाता रहा। उसकी पीठ पर लाठी-डंडों के निशान थे। एसडीएम पर मारपीट का आरोप लगाते हुए वह तहरीर लेकर काफी देर घूमता रहा। आरोप है सुनील कुमार शर्मा (50) बुधवार 30 मार्च को रात करीब 9 बजे अपने आवास के बाहर बैठा था। तभी एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम पहुंचे और होमगार्ड के डंडे से उसे मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। एसडीएम की पिटाई से वह गिरकर बेहोश हो गया। इसके बाद एसडीएम वहां से चले गए। उसने घटना के संबंध में गुरुवार को कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने न तो उसकी रिपोर्ट लिखी और न मेडिकल ही कराया। घायल सुनील कुमार शर्मा शाम को मुख्यालय पहुंचा और कर्मचारी नेता हेमंत नंदन ओझा को घटना की जानकारी दी। हेमंत शाम को उसे लेकर एडीएम मुकेशचंद्र से मिले और शिकायती पत्र देकर मेडिकल कराने की मांग की। देर शाम एडीएम के निर्देश पर जिला अस्पताल में उसकी चोटों का मेडिकल किया गया।
इलाज के दौरान हुई मौत
आपको बता दे कि आज काफी हंगामे के बाद नायब नाजिर को लालगंज से जिला मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लाया गया जहाँ पर उसकी मौत हो गई है, हालांकि जिला प्रशासन ने अब तक नही की है मौत की आधिकारिक पुष्टि, जैसे ही इसकी जानकारी तहसील कर्मियों को हुई उन्होंने जिला मेडिकल कालेज पहुँचकर आक्रोशित हो उठे और कर्मचारियों ने ओटी का दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया, उन्होंने नायाब नाजिर के मौत के बाद शव को जबरन ओटी में रखने का आरोप लगाया है, कर्मचारियों का आरोप है कि सुनील कुमार शर्मा की मौत के बाद दो घंटे से ओटी में रखा गया है शव। साथी की की हुई मौत पर एसडीएम पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और निलबंन की भी उठ रही है मांग।
(मनू सिंह)