नई दिल्ली: कोरोना टीकाकरण को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिनकी आयु 18 वर्ष है और उन्होंने दूसरी खुराक लेने के 9 महीने पूरे कर लिए हैं, वे निजी टीकाकरण केंद्रों पर एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे।
इससे पहले स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों सहित 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को एहतियाती खुराक दी जा रही थी। बता दें कि देशभर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था। अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 185,38 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है।
एहतियाती खुराक के बारे में जानिए
एहतियाती खुराक उसी टीके की तीसरी खुराक है जिसे SARS-CoV-2 संक्रमण के खिलाफ दी जा रही है। तीसरी खुराक की आवश्यकता दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के आने के साथ महसूस की गई। भारत ने इस साल 10 जनवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक देना शुरू किया। दूसरी खुराक और तीसरी खुराक के बीच 9 महीने के अंतराल की सिफारिश की गई।