आगरा। सावन के तीसरे सोमवार को आगरा में सांपों का मेला लगता है। अलग- अलग जगहों से आकर सपेरे यहां सांपों का प्रदर्शन करते हैं। आगरा के कुछ गांवों में आज भी खानदानी सपेरे रहते हैं और उन्हें पालने का काम करते हैं।
आगरा जिले में केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर स्थित एक बगीचे में सावन के तीसरे सोमवार को सांपो के मेले का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में दूर-दूर से आये सपेरे अपने सांपों का प्रदर्शन करते हैं।
इस आयोजन में आने वाले सपेरे बताते हैं कि वे जब सापों को पकड़ते हैं तो उनसे वादा करते हैं कि वे उन्हें कितने दिन बाद छोड़ देंगे। वायदा पूरा होने पर उन्हें अपनी जिंदगी जीने के लिए छोड़ दिया जाता है। वे बताते हैं कि अधिकतर सांपों को नाग पंचमी के दिन ही छोड़ा जाता है।
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