मिर्जापुर। विंध्याचल के अष्टभुजा में हुए गोलीकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना को अंजाम देने वाले बिहार के करारी और आरा के एक पूर्व विधायक के लोग थे। अष्टभुजा में ब्रह्मापुर के रहने वाले कन्हैया को गोली मारने वाले लोग विधायक के समर्थक हैं, जो घटना के बाद विधायक की गाड़ी सहित एक स्कॉर्पियो लेकर भागे थे। हालांकि पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है।
विंध्याचल पुलिस के अनुसार भोला बाबा, कन्हैया, काशी यादव सहित 20 लोग 14 अगस्त को अष्टभुजा में खाना बना रहे थे। इसी दौरान पूर्व विधायक के लोग भी वहां पहुंच गए। बिहारी भाषा में उनको बात करते देख विधायक के समर्थक भी वहां रुक गए और बातचीत करने लगे।

दोनों पक्षों में विवाद और फिर मारपीट
इस बीच शराब का दौर चलने लगा। दोनों पक्षों ने छककर शराब पी। बातों-बातों में बिहार के दो बड़े नेताओं की चर्चा करने लगे। दोनों पक्ष अपने-अपने नेता की बड़ाई करने लगे। साथ ही अपनी पहुंच कहां तक है, इसके बारे में भी बताया जाने लगा। बस इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और मारपीट शुरू हो गई। तभी विधायक के कार्यकर्ताओं की ओर से पिस्टल निकालकर कन्हैया को गोली मार दी गई।

हवाई फायरिंग भी की गई, जिससे लोग इधर-उधर भागने लगे। गोली की आवाज सुनते ही आसपास के लोग जब दौड़े तो सभी आरोपित विधायक की गाड़ी सहित स्कॉर्पियो से भागने लगे। जिन्हें पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। हालांकि घटना में विधायक के विरुद्ध तहरीर न देने के कारण उनका नाम मुकदमें में नहीं लिखा गया है, लेकिन उनकी गाड़ी शामिल होने पर पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया है।
चौकी प्रभारी अष्टभुजा समेत चार पुलिसकर्मी निलम्बित
आए दिन दर्शनार्थी एवं अन्य लोग अष्टभुजा क्षेत्र में संयुक्त रूप से खाना बनाने और शराब आदि का सेवन भी करते हैं। क्षेत्र में भ्रमणशील न रहने और मादक पदार्थ का सेवन करने वालों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई न करने के परिणाम स्वरुप अपराध कारित होने के आरोप में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने चौकी प्रभारी अष्टभुजा उ.नि. भरतलाल पांडेय, मु.आ. संतोष कुमार, आरक्षी कर्ण सिंह व सुनील सिंह यादव को निलम्बित कर दिया।
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