हापुड़। जिला कोर्ट में पेशी के लिए हरियाणा से लाए गए एक बन्दी की मंगलवार सुबह बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना में हरियाणा पुलिस का एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। बन्दी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए कोतवाली प्रभारी और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया है।
हरियाणा के रहने वाले दीपक भड़ाना पर जिला कचेहरी में हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा था। हरियाणा के चार पुलिसकर्मी मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे उसे कार में बैठा कर कोर्ट में पेशी पर लेकर आए थे। पुलिसकर्मियों ने कार कोर्ट के मेन गेट के बाहर ही रुकवा दी और बन्दी को पैदल ही लेकर कोर्ट में जाने लगे। तभी जिला कोर्ट के मेन गेट के बाहर घात लगाए बैठे बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। इस गोलीबारी में कई गोली लगने के कारण दीपक भड़ाना की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और एक पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गया। दिन-दहाड़े जिला कोर्ट के सामने गोलीबारी होने से क्षेत्र में भय का वातावरण बन गया। इस घटना में लगभग छह-सात राउंड गोली चलाई गईं। हत्यारे लगभग गोलीबारी करने के बाद पैदल ही मोहल्ला रघुवीरगंज से होते हुए मेरठ रोड पर पहुंच गए और वहां पहले से स्टार्ट खड़ी कार में बैठ कर फरार हो गए। हत्यारों की संख्या पांच बताई गई है।
इस घटना के बाद घटनास्थल पर भीड़ एकत्र हो गई। एक एडवोकेट ने तत्काल कोतवाली में फोन कर घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर भी घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल पर पहुंच गए उन्होंने घटनास्थल पर उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों और दीपक को लेकर आए हरियाणा पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
इस मामले में आश्चर्यजनक है कि हरियाणा के पुलिसकर्मियों ने वाहन को कोर्ट के बाहर रोक कर बन्दी को उस भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में क्यों उतारा। वे सुरक्षाकर्मियों की अनुमति लेकर वाहन को अन्दर क्यों नहीं लेकर आए। इस हत्याकांड के बाद अब हरियाणा के पुलिसकर्मियों को भी संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि साल 2019 में लाखन थाना धौलाना के गांव उदयपुर में आई एक बारात में शामिल था। विवाह समारोह में एक विवाद के दौरान गोली मार कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। उस हत्याकांड में दर्ज की गई प्राथमिकी में लाखन का भी नाम था। इस मामले में उस पर आईपीसी की धारा 302 के अर्न्तगत मुकदमा चल रहा था। इसी मामले में कोर्ट में पेशी के दौरान हरियाणा के पुलिसकर्मी उसे मंगलवार को जिला न्यायालय लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में कोतवाली प्रभारी और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बन्दी को लेकर आए हरियाणा के पुलिसकर्मियों से पूछताछ की जा रही है।