यूपी के आगरा से इंसानियत और रिस्तों को बेहद शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां छोटे भाई ने बड़े भाई के लिए ऐसा जाल बिछाया जो सीधे उसे जेल भेज सकता था। लेकिन शिकारी खुद ही जाल में फंस गया। दरअसल छोटा भाई अपने घर में चोरी कर के भाई-भाभी को चोरी के आरोप में फंसाकर जेल भेजना चाहता था। छोटे भाई ने प्लानिंग करके समाज के रसूखदारों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की सोची थी।
5 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वहीं आपको बता दें कि आरोपी के पिता पुलिस में कार्यरत थे परंतु कोविड में उनकी मौत हो गई थी। तो वहीं मां को कैंसर थी जिससे उनकी मौत हो गई। एक तरफ मृत मां का शव घर पर पड़ा था। दुसरी तरफ छोटा बेटा भानू प्रताप पुराने घर पर चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। इस घटना को अंजाम देने में कुल 5 लोग शामिल थे। समाज के 2 रसूखदार एवं मौसी, साथ ही मौसी के बेटे सहित 5 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने भानू प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों की गिरफ्तारी में जुटी है।
दरअसल युवक ने अपनी मां की मौत के बाद सरकारी नौकरी हथियाने के लिए अपने ही भाई-भाभी को फंसाने के लिए चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
मां से कैंसर से हुई थी मौत
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया की बीती 8 जुलाई को थाना एत्माउद्दौला में दिव्यांशु सिंह ने तहरीर दी कि उसकी मां और पिता दोनों पुलिस विभाग में काम करते थे। 7 फरवरी को मां की कैंसर के चलते मौत हुई थी। उसने लव मैरिज की थी।
इसके कारण माता और भाई उससे अलग रहते थे। उनके मरते ही उसके छोटे भाई निखिल उर्फ भानुप्रताप द्वारा एत्माउद्दौला क्षेत्र में हमारे नए घर में 20 तोला सोना और 5 किलो से ज्यादा चांदी चोरी की वारदात को अंजाम दिया। जब जानकारी हुई तो उल्टा उस पर आरोप लगाया जा रहा है।
पुलिसकर्मियों पर दबाव बना रहा आरोपी
दिव्यांशु ने बताया की मां ने मरने से पहले अपनी नौकरी उसे देने को कहा था। अपनी सारी जायदाद में से 75%हिस्सा छोटे बेटे निखिल को देने को कह दिया था। निखिल उर्फ भानुप्रताप ने इसके बावजूद नौकरी की लालच में यह साजिश की है।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया की आरोपी भानुप्रताप लगातार अलग-अलग तरीके से अधिकारियों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा था। कैमरे से अधिकारियों से बातचीत का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर गलत तरह से लिखकर पोस्ट कर रहा था।