अनूपपुर जिले की कोतमा तहसील के बदरा गांव में रहने वाली 24 वर्षीय ज्योति लहरे की शादी करीब चार महीन पहले 4 मई को हुई थी। छत्तीसगढ़ के मरवाही में रहने वाले दीपक लहरे के साथ उसका विवाह हुआ था। दीपक शुक्रवार को ज्योति को कार में बैठाकर मरवाही से मायके छोड़ने के लिए बदरा गांव लाया था। दीपक ने ज्योति को अनूपपुर जिले के कोतमा थाना अंतर्गत एनएच- 43 पर बुढ़ानपुर गांव के पास सुनसान सड़क पर गाड़ी से उतार दिया। उसने नवविवाहिता पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी, इसके बाद वहां से भाग गया। आग लगने से नवविवाहिता गंभीर रूप से झुलस गई। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में भर्ती कराया, जहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। पीड़िता की हालत नाजुक है। पुलिस मामले की विवेचना में जुटी हुई।
अस्पताल में भर्ती ज्योति लहरे ने शनिवार को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मेरे पति दीपक लहरे का पहले से ही अन्य महिला के साथ 10 साल से अफेयर है। महिला की एक बच्ची भी है। अफेयर की जानकारी दीपक के मामा-मामी ने मेरे माता-पिता को दी थी। उन्होंने जब इस के बारे में दीपक के माता-पिता से पूछा तो उन्होंने बताया कि जमीन के विवाद के कारण लोग हमें बदनाम करने के लिए आरोप लगा रहे हैं। शादी के बाद दीपक सिर्फ दो दिन साथ रहा। उसके बाद से वह मुझे देखता तक नहीं था। एक दिन दीपक के मोबाइल पर उसकी प्रेमिका का कॉल आया। मैंने कॉल रिसीव किया तो महिला ने कहा कि दीपक मेरा है, और मैं दीपक की हूं। थोड़ी देर में दीपक वहां पहुंचा और दो थप्पड़ मारते हुए पूछा कि किससे बात कर रही हो। जब मैंने अफेयर की बात पूछी तो उसने कहा हां मेरा अफेयर है। तेरा और मेरा कोई संबंध नहीं हैं। मुझसे संबंध रखना है, तो अपने घर से कार लेकर आओ। मेरे घर में काम करने वाली कोई नहीं है, इसलिए मैंने तुझसे शादी की थी। कुछ दिन बाद विवाद बढ़ा तो मुझे मायके भेज दिया।
ससुराल में सास ने की मारपीट
ज्योति ने बताया कि माता-पिता के समझाने पर मैं वापस ससुराल गई, तो उसी रात सास ने लात से मारा और बांह पकड़ते हुए कहा कि मेरे घर में तुम्हारी कोई जरूरत नहीं है। ससुराल के अन्य लोगों ने भी मारपीट की। दीपक ने दहेज में कार लाने के लिए कहा। दीपक आए दिन मारपीट करता था। ससुराल वाले कहते थे कि तुम्हारे बाप ने क्या दिया है? यह टीना-टप्पर अपना वापस ले जाओ। हमें चार पहिया वाहन चाहिए। ज्योति ने आरोप लगाया कि जेठ कहता था कि मेरा भाई एक नहीं हजारों लड़कियों को घुमाए, तुम्हें बोलने की जरूरत नहीं है। तुम मेरी बीवी होती तो तुम्हारी बोटी-बोटी काट कर फिंकवा देता। मैं लड़ाई-झगड़े से परेशान होकर शुक्रवार की दोपहर 3 बजे अपने घर बदरा के लिए बस में बैठी थी। दीपक आया और बोला मैं तुझे अपनी कार से छोड़ देता हूं। शाम को वह मुझे रास्ते में उतारकर आग लगाकर भाग गया। (जैसा ज्योति ने बताया)
सरपंच ने घर वालों को सूचना
बदरा गांव के सरपंच ने शुक्रवार रात करीब 8 बजे ज्योति के माता-पिता को सूचना दी कि ज्योति जल गई है, उसे स्वास्थ्य केंद्र कोतमा में भर्ती कराया गया है। कोतमा से ज्योति को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां ज्योति के इलाज जारी है। इस मामले में लड़की के ससुराल वालों से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनके मोबाइल बंद है।
कोतमा थाना प्रभारी अजय बैगा ने बताया कि पुलिस के बयान में नवविवाहिता ने बताया कि उसने लड़ाई झगड़े से परेशान होकर खुद ही आग लगाई है। फिलहाल मामले की विवेचना कर रहे हैं। विवेचना के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। ससुराल वालों से संपर्क अभी नहीं हो पाया है।