नई दिल्ली: हिंदी सिनेमा में अपने शानदार अभिनय और अच्छे व्यक्तित्व के चलते लोगों की पसंद बने रहने वाले दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त (Sunil Dutt) भले ही इस संसार में आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी की गईं यादगार फिल्में और उनका उम्दा अभिनय आज भी हमारे बीच मौजूद है।
आज के इस लेख में हम आपको सुनील दत्त से जुड़ी एक रोचक बात के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप शायद ही जानते होंगे !
साल 1955 में आई फिल्म रेलवे प्लेटफ़ॉर्म (Railway Platform) से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाले दत्त साहब (Sunil Dutt) हिंदी सिनेमा में एक शानदार कलाकार के तौर पर छा गए थे। इसके बाद साल 1957 में रिलीज हुई फिल्म मदर इंडिया (Mother India) ने उन्हें रातों रात सुपर स्टार बना दिया था। इस फिल्म को करने के बाद सुनील दत्त साहब को काफी शोहरत मिली थी।
इसके बाद साल 1965 में आई फिल्म खानदान ( Khandan) में एक विकलांग, दिव्यांग (Handicap) का किरदार निभाकर उन्होंने अभिनय की एक अलग पराकाष्ठा (culmination) पेश की थी। इन फिल्मों को करने के बाद भी उनकी आने वाली और भी कई फिल्मों ने सफलता के झंडे गाड़े थे।
दत्त साहब से जुड़ी एक रोचक बात ये भी है कि वह फिल्मों में काम करने से पहले एक रेडियो सीलोन (Radio Ceylon) में काम किया करते थे। उसी दौरान उनके अंदर एक एक्टर बनने की चाह भी उमड़ पड़ी थी, जो आगे चलकर पूरी भी हुई।
जब पहली फिल्म के लिए कहा था ना
आपको पता है सुनील दत्त ने अपनी पहली फिल्म को ठुकरा दिया था, जिसकी वजह उनकी मां थी। मां कुलवंती देवी दत्त (Kulwanti Devi Dutt) से किया गया वादा निभाने के कारण उन्होंने पहली फिल्म के ऑफर को न कह दिया था।
पहली फिल्म का ऑफर मिलने से सुनील दत्त बहुत खुश हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने इस फिल्म को करने से मना कर दिया था। मना करने को लेकर दत्त साहब ने रमेश सहगल (Ramesh Sehgal) से कहा था, “अगर आप बुरा ना माने, मुझे B.A तो पास करना ही है। चाहे कुछ भी हो जाए, क्योंकि मैं अपनी मां को वादा करके आया हूं कि मैं पढ़ने जा रहा हूं और B.A पास करूंगा।”
उनकी ये बात सुनकर रमेश सहगल बहुत खुश हुए थे और उन्होंने सुनील दत्त को अपने गले से लगा लिया था। इसके साथ उन्होंने कहा था, कि वह उनकी पढ़ाई पूरी होने का इंतजार करेंगे। इसके बाद दत्त साहब की पढ़ाई पूरी होने के बाद रमेश सहगल ने अपना वादा पूरा भी किया था।