ऑटो पार्ट्स बनाने वाली एस्कॉर्ट कंपनी की शिकायत पर कासगंज में दिल्ली साकेत कोर्ट की टीम ने छापेमारी की। यह छापेमारी ऑटो पार्ट्स के गोदाम पर की गई है। दरअसल इस गोदाम पर एस्कॉर्ट कंपनी के नकली पार्ट्स बेचने का शक था। जिसके चलते दिल्ली साकेत कोर्ट के आदेश पर 10 सदस्यीय टीम ने कासगंज में ऑटो पार्ट्स के गोदाम पर छापेमारी की।
छापेमारी का व्यापार मंडल ने किया विरोध
इस दौरान टीम ने गोदाम से एस्कॉर्ट कंपनी का नकली पार्ट्स बरामद किए गए है। जिसके बाद कंपनी के नकली पार्ट्स बेचने के आरोप में ऑटो पार्टस को सीज कर दिया है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी की सूचना मिलते ही भारी संख्या में शहर के व्यापारी ऑटो पार्ट्स के गोदाम पर पहुंच गए थे। वहीं इस छापेमारी को व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने अवैध बताया है। उन्होंने कहा कि व्यापारी को परेशान किया जा रहा है। उसने कुछ गलत काम नहीं किया है। इस अवैध छापेमारी का व्यापार मंडल विरोध करता है।

छापेमारी से मची अफरा-तफरी
आपको बता दें कि दिल्ली साकेत कोर्ट द्वारा गठित 10 सदस्यीय टीम ने कासगंज के एक ऑटो पार्ट्स विक्रेता के गोदाम में अचानक छापेमारी की। गोदाम का नाम मित्तल ट्रेडर्स ऑटो पार्ट्स है। ऑटो पार्ट्स गोदाम पर छापेमारी की सूचना पर अफरा-तफरी मच गई। वहीं छापेमारी के दौरान टीम को गोदाम से जो एस्कॉर्ट कंपनी के ऑटो पार्ट्स बरामद हुए है उन्हें टीम ने नकली पार्ट्स करार कर दिया है। जिसके बाद उन्हें सीज कर दिया गया है। वहीं इसके गोदाम के व्यापारी को 11 अक्टूबर को ऑटो पार्ट्स सहित दिल्ली की साकेत कोर्ट में पेश होने का आदेश जारी किया है।
25 लाख का सामान सील
आपको बता दें कि दिल्ली साकेत के वाणिज्यिक कोर्ट-1 के जिला न्यायधीश उमेद सिंह ग्रेवाल के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक एस्कॉर्ट कुबोटा लिमिटेड कंपनी ने साकेत कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसके बाद 30 सितंबर 2022 को साकेत कोर्ट ने गोदाम पर छापेमारी का आदेश दिया गया थे। आज सुबह 12 बजे ये छापेमारी की गई।

वहीं एस्कॉर्ट कंपनी के वकील अक्षय श्रीवास्तव ने बताया की यह छापेमारी 6 घंटे तक चली। इस कार्रवाई के दौरान मित्तल ट्रेडर्स के गोदाम से एस्कॉर्ट कंपनी का नकली सामान मिला है। जिसे छापेमारी के बाद सील किया गया है। सामान की कीमत 25 लाख रुपए आंकी जा रही है। फिलहाल इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।