जयप्रकाश नारायण की जयंती पर बिहार के सारण जिले के सिताब दियारा में समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री नेता अमित शाह और यूपी के सीएम योगी ने शिरकत की। अमित शाह ने जेपी की जयंती पर सिताब दियारा में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने राजीव रंजन के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि बिहार की नई महागठबंधन सरकार के साथ-साथ राज्य के सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लिया।
शाह ने कहा कि उन्होंने सत्ता के लिए जेपी के विचारों को त्याग कर दिया है और जेपी की बात करते हैं। जिस कांग्रेस से उन्होंने लड़ाई लड़ी अब उसी कांग्रेस की गोद में जा बैठे हैं। शाह आगे कहते है कि अब बिहार की जनता को तय करना है कि जेपी की राह पर चलने वाली नरेंद्र मोदी सरकार चाहिए या उनके सिद्धांतों से भटक चुकी सरकार चाहिए।
लगे भारत माता की जय के नारे

अमित शाह ने कार्यक्रम के दौरान भारत माता की जय के नारे लगवाए और कहा कि जयप्रकाश जी की जयंती के अवसर पर में बिहार आया हूं। यहां जेपी जी की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है। जिसे लगाने का प्रण प्रधानमंत्री जी ने किया था। आज वो प्रण पूरा हो गया है। जेपी जी बिहार और यूपी के इस मिलन स्थल यानी सिताब दियारा पर जन्मे थे। वहीं इस समारोह के दौरान सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार अमित शाह से डरती है।
जेपी ने पराधीन भारत में क्रांति की लौ जगाई
वहीं समारोह में सीएम योगी ने बोलते हुए कहा कि मैं गृहमंत्री का बिहार व यूपी की जनता की ओर से अभिनंनदन करता हूं। सीएम ने जेपी को याद करते हुए कहा कि जेपी ने पराधीन भारत में क्रांति की लौ जगाई थी।
इसी बीच सीएम योगी बिहार की महागठबंधन सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि जो लोग जयप्रकाश और लोहिया के नाम पर राजनीति करते रहे हैं। उनके कारनामों को तो पूरा देश जानता है। ये बेइमानी और भ्रष्टाचार ही है जो बिहार की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोक रही है। क्योंकि राजनीति में अपराधीकरण विकास में बाधा पैदा करता है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों में योग्यता की कमी नहीं है।

आज लोग सत्ता के लिए पाला बदल रहे
अमित शाह ने आगे कहा कि जेपी ने समाजवाद और जाति विहीन समाज की परिकल्पना की थी। उन्होंने आजादी के बाद सत्ता में नहीं आए बल्कि सत्ता से दूरी बनाई। उन्होंने इंदिरा गांधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ गुजरात में आंदोलन किया जिसके के चलते वहां सरकार बदल गई। इसके बाद बिहार के पटना के गांधी मैदान से शुरू हुए आंदोलन ने तो इंदिरा गांधी के पसीने छूटा दिए। कैसे बिना सत्ता के विकास और परिवर्तन किया जाता है जयप्रकाश ने इसका उदाहरण दिया। जेपी ने जीवन भर सत्ता के लिए कुछ नहीं किया। आज लोग सत्ता के लिए पाला बदल रहे हैं।
एयरपोर्ट पर शाह और सीएम योगी का भव्य स्वागत
वहीं आपको बता दें कि गृह मंत्री, भारत सरकार अमित शाह का वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। इसके बाद एयरपोर्ट से ही गृह मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिहार के लिए रवाना हुए थे ।

इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेश चौधरी,महापौर मृदुला जायसवाल, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, सह प्रभारी सुनील ओझा, सांसद मछली शहर बीपी सरोज, अध्यक्ष जिला पंचायत पूनम मौर्या, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुनील पटेल, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के अलावा कमिश्नर कौशल राज शर्मा एवं पुलिस के अन्य अधिकारी उपस्थित रह कर स्वागत किया।