उत्तर प्रदेश में दिन पर दिन डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे है, जहां मरीजों की संख्या में प्रयागराज पहले और लखनऊ दूसरे स्थान पर है। इस साल नवंबर के शुरूआत में डेंगू के कुल 7134 मामले सामने आए है। जिसमें 1171 केसों के साथ प्रयागराज पहले और 1058 की संख्या के साथ लखनऊ दूसरे नंबर पर है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड बढ़ने पर ही डेंगू के मामलों में कमी आएगी। फिलहाल लखनऊ में पारा 30 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। जिसके चलते कोई भी राहत सामने नहीं आ रही है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि इलाज के साथ मच्छर को पनपने से रोकने का प्रयास करें।
केजीएमयू में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की डॉ. शीतल वर्मा के अनुसार राजधानी में मानसून काफी देर तक सक्रिय रहा। इससे अक्तूबर तक बारिश होती रही। जिसके कारण नमी बनी हुई है और जगह-जगह पानी जमा है। मच्छरों के पनपने के लिए यह वातावरण बेहद अनुकूल है। वहीं, ठंड बढ़ने के साथ ही इनका प्रकोप कम होगा। डॉ. शीतल वर्मा के अनुसार डेंगू से बचाव के लिए शासन स्तर पर काम हो रहा है, लेकिन इसमें आमजन की भागीदारी भी बेहद जरूरी है। लोगों की लापरवाही से घरों के अंदर पानी जमा हो रहा है। बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग कराई जा रही है, लेकिन ज्यादा फॉगिंग के साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
डेंगू के बढ़ते मामलों से बचाव के लिए लगातार नगर निगम की टीमें लगी हैं, लेकिन नए मरीजों के मिलने का सिलसिला रुक नहीं रहा।