खुद की कहानी ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर को नेटफ्लिक्स पर लाना आईपीएस अमित लोढ़ा को भारी पड़ गया। ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर 25 नवंबर को रिलीज हुई थी। अब इस वेब सीरीज के नायक यानी अमित लोढ़ा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अमित लोढ़ा पर पटना में केस दर्ज किया गया है। विशेष निगरानी इकाई यानी SVU ने IPS के वरिष्ठ पदाधिकारी और मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ FIR दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला..
बता दें कि अमित लोढ़ा पर अपने स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता का भी आरोप था। फिर मामले की जांच की गई। एसवीयू के मुताबिक पुलिस मुख्यालय और वरीय प्राधिकार की तरफ से समीक्षा की गई। इसके बाद निगरानी विभाग से आदेश मिलते ही अमित लोढ़ा और उसके सहयोगियों के खिलाफ सात दिसंबर को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1 )(बी) और भ्रष्टाचार के आरोपों, वित्तीय अनियमितताओं के साथ-साथ आईपीएस अधिकारी के रूप में काम करते हुए नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ वित्तीय सौदों के लिए आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया।
एजेंसियों ने भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की जांच की। वहीं पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई।
IPS आदित्य कुमार अमित लोढ़ा को फंसाना चाहते थे
वहीं इन दिनों बिहार में आईपीएस आदित्य कुमार भी चर्चा में हैं। हालांकि निलंबित हो चुके हैं। वह फिलहाल फरार चल रहे हैं। एसवीयू ने गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसी कड़ी में बुधवार को उनके तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई। बता दें कि आदित्य कुमार और अमित लोढ़ा के बीच पुराना विवाद बताया जा रहा है।
आदित्य पर डीजीपी को फर्जी कॉल कराने का आरोप
दोनों अधिकारियों के बीच चल विवाद की वजह से ही सरकार ने इन्हें वहां से हटाकर मुख्यालय में प्रतिनियुक्त किया था। फिर दोनों अधिकारियों के खिलाफ जांच की गई। जांच के बाद शराब केस में आदित्य कुमार पर मामला दर्ज किया गया। इसके अलावा आदित्य पर डीजीपी को फर्जी कॉल कराने का भी आरोप लगा है। ऐसा माना जा रहा है कि आदित्य कुमार अमित लोढ़ा को फंसाना चाहते थे। फिलहाल पुलिस मामले की सभी एंगल पर जांच कर रही है।