वो कहते हैं ना कि कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती। ऐसा ही कुछ हाल चीन का है। वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन बार-बार भारत को निशाना बनाता है और उसे हमारे वीर जवानों के हाथों मुंह की खानी पड़ती है। चीनी सेना की निगाहें हमेशा से एलएसी पर रही हैं। लेकिन अरूणाचल प्रदेश के तवांग जिले को लेकर उसके मंसूबे बार-बार सामने आता रहे और नाकाम होते रहे है।
20 भारतीय सैनिक घायल
एक बार फिर चीनी सेना के 300 सैनिकों ने अरूणाचल प्रदेश के तवांग जिले में घूसकर हमला कर दिया। जिसके बाद भारतीय सेना ने भी करारा जवाब दिया। हालांकि इस हमले में हमारे 20 सैनिक घायल हो गए। लेकिन हमारे वीर जवानों ने चीन के 200 से अधिक सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आ रहा है।
जिसमें आप देख सकते है कि तरह से भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को घेर रखा है। ये वीडियो इस बात का सबूत है कि भारत पहले किसी को छेड़ता नहीं। लेकिन अगर कोई भारत पर बुरी नजर रखेगा तो भारत उसे छोड़ेगा नहीं। बात चाहे 1962 की हो या 2022 की भारत के वीर जवान हमेशा देश के लिए अपना बलिदान देने के लिए तत्पर रहे हैं।
चीन के मंसूबे हर बार
बता दें कि 1962 के युद्ध के समय चीन ने भारत के पूर्वोत्तर हिस्से में तवांग के रास्ते असम तक घुसपैठ करवाया था। जिस वजह से कुछ समय के लिए तवांग चीन के कब्जे में रहा। इसकते बाद अक्टूबर, 2021 में चीन के दो सौ सैनिकों का एक दल तवांग स्थित भारत-चीन-भूटान सीमा के पास भारत के एक गांव में घुस आया था, जिसे भारतीय सैनिकों ने खदेड़ दिया था। इस बार भी चीनी सेना के मंसूबे कुछ ऐसे ही थे। लेकिन भरतीय वीर जवानों के सामने एक बार फिर चीन को मुंह की खानी पड़ी।
भारतीय जवानों की तैयारी से हैरान रह गया चीन
मिली जानकारी के अनुसार चीनी लगभग 300 सैनिकों के साथ पूरी तैयारी में आए थे। लेकिन उन्हें ये उम्मीद नहीं कि भारती सेना भी उनके लिए तैयार है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार 9 दिसंबर को भारतीय सेना के सैनिकों के साथ संघर्ष के दौरान चीनी सेना के 300 से अधिक सैनिकों को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी पर भेजा गया था। लेकिन उन्होंने सोचा भी नहीं था कि भारतीय सेना भी पूरी तरह से तैयार होगी।