उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 जनवरी से 4 जनवरी तक प्रदेशव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान चलाने की घोषणा की है। सीएम योगी ने सड़क सुरक्षा के लिए पांच ई यानी एजुकेशन, एमफोर्समेंट, इंजीनियरिंग, इमरजेंसी केयर और एनवॉयरमेंट का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि पांच जनवरी से चार फरवरी तक अभियान चलाया जाएगा और इसके लिए कमर कस लें।
सीएम योगी ने की उच्चस्तरीय बैठक
दरअसल. मंगलवार को सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक की थी जिसमें सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी ने अधिकारियों को बैठक में निर्देश दिया कि 48 घंटे के भीतर हर थाने, तहसील और बाजारों में सड़क दुर्घटना की तस्वीर लगाई जाए। लोगों को इसको लेकर जागरूक किया जाए। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि हाईवे और एक्सप्रेसवे के पास ट्रॉमा सेवाएं औप बेहतर की जाएं। इसके अलावा परुवहन और स्वास्थय विभाग को साथ काम करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
5 जनवरी से 4 फरवरी तक चलेगा प्रदेशव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान
सीएम योगी ने बैठक के दौरान ओवरलोडिंग रोकने के लिए टास्क फोर्स के गठन की भी बात कही है। सीेम योगी ने कहा कि सड़क सुरक्षा सिर्फ एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है, यह सामूहिक प्रयास से ही संभव है। इसलिए दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभागों के बीच समन्वय लाना जरूरी हैं। सीएम योगी ने कहा कि अगले 5 जनवरी से 4 फरवरी तक प्रदेशव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाए। ओवरलोडिंग को रोकने के लिए टास्क फोर्स बनाएं। इसे सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। सीएम योगी ने मई में भी सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक की थी और उसमें कई अहम फैसले लिए गए थे। बैठक में पुलिस अधिकारियों , डिप्टी कलेक्टरों, नगर आयुक्तों, नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारियों को भी वर्चुअली बुलाया गया था।
हादसों से एक वर्ष में प्रदेश में 21,200 से अधिक लोगों की मौत
वहीं इन हादसों से एक वर्ष में प्रदेश में 21,200 से अधिक लोगों की मौत हुई। बैठक में सभी आईटीएमएस को यूपी 112 से इंटीग्रेट करने, पंजीयन नंबर और फास्टैग का मिलान करने, चिकित्सा, चलकों का नेत्र परीक्षण, एंबुलेंस रिस्पॉन्स टाइम कम करने, पार्किंग व्यवस्था सुदृढ़ करने, टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनाने, ब्लैक स्पॉट पर काम करने के भी निर्देश दिए गए।