सुनील बंसल की एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में वापसी हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार वह 2 मार्च को मिशन 24 के तहत लखनऊ आ रहे हैं। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल भाजपा के यूपी के चाणक्य है। देश भर में हारी हुई लोकसभा सीटों पर प्लानिंग की जिम्मेदारी बीएल संतोष विनोद तावड़े और सुनील बंसल की हैं।
बता दें कि पिछले साल अगस्त में बीजेपी ने यूपी में बड़ा फेरबदल करते हुए प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल को राष्ट्रीय महामंत्री नियुक्त किया था। यूपी में जब-जब सुनील बंसल की चर्चा होगी, तब-तब 2014 से 2022 तक का संगठन महासचिव के नाते उनके कार्यकाल की चर्चा जरूर होगी। क्योंकि सुनील बंसल ने कुशल संगठन के बूते अमित शाह के फार्मूले को एक जीत की मशीन में बदल दिया।
इतने सालों के कार्यकाल में योगी, बंसल और संगठन के दो अलग-अलग ध्रुव रहे। लेकिन समन्वय में कोई कमी नहीं रही। फैसले हमेशा सर्वसम्मति से लिए गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संगठन में कभी हस्तक्षेप नहीं किया न ही सुनील बंसल ने सरकार में, लेकिन दोनों के बीच एक अनकही रस्साकशी की चर्चा हमेशा रही है।
हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि सुनील बंसल सरकार को भी संगठन के हितों के अनुसार चलना चाहते थे। वहीं सीएम योगी सरकार चलाने में किसी भी हस्तक्षेप के खिलाफ थे। ऐसे में दोनों के बीच एक अनकहा टकराव रहा। हालांकि इसमें कुछ सच्चाई होते हुए भी दोनों ने अपने समन्वय को बनाए रखा। दोनों के बीच मर्यादा की सीमारेखा हमेशा बनी रही।