वो कहते हैं न प्यार अगर सच्चा हो तो पूरी कायनात उसे मिलाने में लग जाती है। ठीक ऐसा ही हुआ लेकिन कुछ अलग बहाने से हुआ। बता दें कि मनपसंद की युवती से शादी करने के लिए घरवाले राजी नहीं थे तो युवक घर छोड़कर चला गया। बेटे के कई दिनों तक घर वापस ना आने पर घरवाले पुलिस के पास पहुंच गए। जहां पुलिस ने दोंनो को तलाश कर चौकी बुलाया गया। घरवालों का सामना होने के बाद भी युवक-युवती अपने फैसले पर अडिग रहे। दोनों ने नाबालिग होने के प्रमा दिए हैं। इसके बाद दारोगा ने दोनों का पक्ष लिया।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि दरोगा ने पक्ष लेते हुए दोनों ही परिवारों को रिश्ता करने के लिए मना लिया। बातचीत के बाद चौकी में ही युवक युवती ने एक दूसरे को माला पहना कर हाथ थाम लिया। वहीम पुलिस के मुताबिक मशक्कगंज निवासी शिवम की दोस्ती महानगर निवासी मुस्कान से थी। दोनों ने शादी करने का मन बना लिया था, लेकिन परिवारवाले रिश्ते के लिए तैयार नहीं हुए। शिवम और मुस्कान ने माता-पिता को मनाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। कोई रास्ता नहीं समझा आने पर दोनों ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी करने का इरादा कर लिया।
दोनों अपने-अपने घर छोड़कर चले गए। ऐसे में शिवम और मुस्कान के परिवारवाले परेशान हो गए। जिसके बाद एक दूसरे से सम्पर्क करने के साथ ही आरोप प्रत्यारोप भी लगाए, विवाद बढ़ा तो वजीरगंज कोतवाली स्थित पाण्डेयगंज चौकी पर दोनों परिवार जा पहुंचे। वहीं दारोगा अरविंद यादव के सामने पूरी घटना बताई। सिपाहियों की मदद से शिवम से फोन पर सम्पर्क साधा गया तो दारोगा ने भरोसा देकर दोनों को पुलिस चौकी बुलाया। पुलिस चौकी पहुंचने पर अपने अपने माता-पिता को सामने देख शिवम और मुस्कान सन्न रह गए। पुलिस की मौजूदगी में दोनों परिवारों के बीच बातचीत के बाद भी शिवम और मुस्कान अपने फैसले पर अडिग रहे. इस दौरान दोनों ने बालिग होने के प्रमाण दिए। जिसके बाद दारोगा अरविंद यादव ने भी शिवम-मुस्कान का पक्ष लिया और दोनों ही परिवारों को रिश्ता करने के लिए राजी किया।