संसद भवन में चल रहे है मानसून सत्र के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी है। मणिपुर हिंसा पर पीएम से जवाबदेही की मांग को लेकर विपक्षी गठबंधन अड़ा हुआ है। वहीं बुधवार को राज्यसभा में मानसूत्र को लेकर कार्यवाही शुरू होते ही संसद के भीतर बवाल पैदा हो गया है। विपक्ष की मणिपुर हिंसा पर नारेबाजी और तंज कसने पर स्मृति इरानी विपक्ष पर बरस पड़ी । उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए सांसदों को भी फटकार लगाई और विपक्ष को करारा जवाब दिया।
क्या बोली स्मृति इरानी?
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने राज्यसबा में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि लोग राज्यस्थान और पश्चिम बंगाल पर क्यो बोलने की हिमम्त क्यों नहीं रखते है?मैं उन्हें चुनौती देती हो कि वह सभ लोग राज्यस्थान और बंगाल में हो रहे महिलाओं पर अत्यचार पर चर्चा करे संसद के भीतर । दरअसल जब बीजेपी सासंद और पीटी उषा राज्यसभा में अपनी बात रख रहे थे तो विफक्ष ने मणिपुर-मणिपुर के नारे लगाना शुरू कर दिया जिसके बाद स्मृति इरानी ने विपक्ष के सासंदो को फटकार लगाते हुए कहा कि जो लोग पीटी उषा करके परेशान कर रहे तो उन्हें देश का गौरव बढ़ाने में कितना योगदान है उसका एक तिहाई भी नहीं पता।
सदन से पहले क्या बोली ईरानी?
सदन में हुए इस हंगामें से पहले स्मृति ईरानी ले सदन के बाहर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बताया था कि मणि्पुर पर गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में ये प्रस्ताव रखा है कि मणिपुर संबिधत घटनाओँ पर चर्चा करना चाहते है और जवाब देना चाहते है क्योंकि अतरिंक सुरक्षा का दायित्व गृह मंत्री पर आता है। साथ ही कहा कि जब राष्ट्र के गृहमंत्री बार-बार दर्खास्त कर रहे है कि वह मणिपुर पर चर्चा करना चाहते है तो ऐसा क्या है मणिपुर के मुद्दे पर जो विपक्ष नहीं चाहता।