हरियाणा के नूंह में पिछले कई महीने से हुई हिंसा के बाद विश्व हिंदू परिषद ने एक बार फिर ऐलान किया है कि ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को पूरा किया जाएगा। हलांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इसकी अनुमति नहीं दी है। इतना ही नहीं बाहरियों के भी नूंह आने पर रोक लगा दी गई है। जिले में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। नूंह में धारा 144 लागू कर दी गई है, इसके तहत सोमवार तक एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। नूंह के नलहड़ शिव मंदिर के 1.5 किलोमीटर क्षेत्र तक भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। इसी मंदिर पर शोभायात्रा के दौरान 31 जुलाई को हिंसा फैली थी। आज यहां सिर्फ स्थानीय लोगों को ID देखकर एंट्री दी जा रही है।
जानिए इस मामले को लेकर पुलिस का क्या कहना है?
उधर प्रशासन ने राज्य पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। साथ ही जिले के स्कूल, कॉलेज और बैंक समेत शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। वीएचपी की याक्षा पर एडीडी, लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह ने कहा, “हमने किसी भी प्रकार की यात्रा या ग्रुप मूवमेंट के लिए मना कर दिया है। इंटरनेट सेवाएं बाधित हैं। जांच चल रही है। 250 से ज्यादा आरोपियों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि, “चार एसआईटी तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जाचं कर रही है। जो भी सोशल मीडिया के जरिए भड़काने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनके अकाउंट ब्लॉक कर दिए जाएंगे। इसके अलावा, रेवाणी दक्षिण रेंज के आईजी राजेंद्र ने कहा, ” स्थानीय और राज्य प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार कर दिया है। कानून और व्यवस्था के लिए, क्षेत्र में बल की तैनाती की गई है। क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है। मैं लोगों से आपसी समझ के माध्यम से शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील करूंगा। ”