Lok Sabha Result 2024: उत्तर प्रदेश में शानदार जीत हासिल करने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़कर राष्ट्रीय राजनीति पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने यूपी में 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस बार समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की बड़ी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
इसके बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आज लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में सभी जीते हुए सांसदों के साथ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में अखिलेश यादव के अगले कदम के बारे में भी निर्णय लिया गया। अब यह स्पष्ट हो गया है कि अखिलेश यादव प्रदेश की राजनीति में विपक्ष का नेतृत्व करेंगे या फिर दिल्ली जाएंगे।
करहल सीट छोड़ेंगे अखिलेश- सुत्र
सूत्रों की माने तो, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का करहल विधानसभा सीट (मैनपुरी) छोड़ने की संभावना है ताकि वे केंद्रीय राजनीति पर अपना ध्यान दे सकें। समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है। अखिलेश की सीट छोड़ने के बाद, तेज प्रताप यादव करहल से प्रबल उम्मीदवार हो सकते हैं। तेज प्रताप ने पहले मुलायम सिंह और इस चुनाव में डिंपल यादव के साथ मैनपुरी में प्रचार किया है। उन्हें पूर्व सांसद के रूप में जाना जाता है।
अखिलेश यादव ने लखनऊ में की बैठक
शनिवार को पार्टी मुख्यालय में सभी नए सांसदों के साथ एक मीटिंग आयोजित की गई थी, जहां उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में काम करने और जनता के मुद्दों को संसद तक पहुंचाने की रणनीति बनाई। इस मीटिंग में अखिलेश यादव के पार्टी प्रतिनिधित्व पर भी निर्णय लिया जा सकता है। अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से इस बार लोकसभा चुनाव जीता है।
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बैठक के दौरान अखिलेश यादव ने सभी जीते हुए सांसदों से मिलकर उनकी सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने इस तपती धूप में किये गए काम की सराहना की, जबकि उन्होंने भाजपा की सरकार में दो सांसदों को सांसद के रूप में चुना, एक जिन्हें सर्टिफिकेट मिला और एक जिन्हें नहीं।
अखिलेश के बाद यूपी का नेता प्रतिपक्ष कौन?
विवाद यहा है कि जब अखिलेश यादव दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हो जाएंगे, तो यूपी में नेता प्रतिपक्ष का पद कौन भरेगा। लोगों का मानना है कि शिवपाल यादव को विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है, क्योंकि उन्हें विधायक दल में सबसे अधिक अधिकार हैं। अभी तक, अखिलेश को ही इस मामले में अंतिम निर्णय लेने की जिम्मेदारी होगी।