Hathras Stampede: हाथरस में भगदड़ के कारण अब तक सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, इन शवों को देखकर एक सिपाही की भी जान चली गई है। सिपाही की ड्यूटी मेडिकल कॉलेज में थी, जहां लाशें लाई जा रही थीं। ड्यूटी के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे।
इन पुलिसकर्मियों में शामिल सिपाही रविकुमार (32) इतनी बड़ी संख्या में शवों को देखकर बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही उनकी मौत (Hathras Stampede) हो गई। माना जा रहा है कि लाशों को देखकर उन्हें हार्ट अटैक आया था।
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लाशों की ढ़ेर देख पुलिसकर्मी की मौत
रवि कुमार (32), जो अलीगढ़ थाना बन्ना देवी के मोहल्ला सिद्धार्थनगर आईटीआई रोड निवासी थे, क्यूआरटी अवागढ़ में सिपाही के पद पर तैनात थे। मंगलवार को हादसे के बाद वायरलेस से सूचना मिलने पर अन्य सिपाहियों के साथ वह भी मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। इस दौरान लगातार शव और घायलों को वहां लाया जा रहा था। एक गाड़ी में काफी संख्या में शव रखे हुए थे।
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सिपाही की मौत का क्या था पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में शवों को देखकर सिपाही की हालत बिगड़ गई। साथी सिपाहियों ने तुरंत उन्हें इमरजेंसी पहुंचाया। डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया, लेकिन कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि गर्मी और अचानक इतने शव देख उनकी हालत बिगड़ी थी।
हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है। रवि 2014 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। मृतक आश्रित कोटे में उनकी नौकरी लगी थी। पूर्व में वह थाना जैथरा में डायल-112 में तैनात थे और इसके बाद अवागढ़ क्यूआरटी पहुंच गए थे। गौरतलब है कि हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सत्संग समाप्त होने के बाद मची भगदड़ के कारण यह हादसा हुआ है।