ऐसे में बहुत से लोगों को आश्चर्य होता है कि पुलिस ने अभी तक “भोले बाबा” के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की है। जिस बाबा ने इतनी भीड़ जुटाई और यह हादसा हुआ, उसे भी आरोपी क्यों नहीं बनाया गया? बाबाजी अभी भी आरोपी नहीं हैं, पुलिस के कई अधिकारियों का कहना है कि वह इस हादसे में सीधे नहीं था।
ये बाबा पर FIR नहीं होने की वजह है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि बाबा उस वक्त यह घटना हुई थी, इसलिए FIR में उनका नाम नहीं है। दूसरी बात यह है कि ऐसे कार्यक्रमों में आयोजक की भूमिका होती है, प्रवक्ता की नहीं। कितने लोग आएंगे, कैसे बैठेंगे और कहां खड़े रहेंगे, सब कुछ आयोजक को देखना होगा। बाबा प्रशासन के संपर्क में रहता है, आयोजक नहीं। बाबा पर अभी तक एफआईआर नहीं हुई है क्योंकि ये सब कारण हैं।
बाबा पर मुकदमा चलने की संभावना कम
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन अभी बाबा को इस भगदड़ का दोषी नहीं मान रहा है। मामले में आयोजकों और सेवादारों पर प्रशासन दबाव डालेगा। प्रशासन कर्मचारियों को खोज रहा है। यह भी पता चला कि कार्यक्रम को आयोजकों ने गलत जानकारी दी थी।
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योगी आदित्यनाथ आज आ सकते हैं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पहले पूरा मामला टेलीफोन पर डीजीपी प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया था। सूत्रों का कहना है कि घटना के बाद एक रिपोर्ट बनाई जा रही है, जो सीएम को प्रस्तुत की जाएगी। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस आ सकते हैं। बताया गया है कि जिला प्रशासन सीएम कार्यालय से संपर्क में है।