Tihari: टिहरी जनपद के घनसाली क्षेत्र में जखन्याली के नौताड़ गदेरे में बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस घटना में एक होटल बह गया और मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटर मार्ग को जोड़ने वाली पुलिया भी बह गई। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है और एक व्यक्ति घायल है। मृतक पति-पत्नी हैं, जबकि घायल उनका बेटा बताया जा रहा है। मृतकों में 50 वर्षीय भानु प्रसाद और 45 वर्षीय नीलम देवी शामिल हैं, जबकि उनका 28 वर्षीय बेटा विपिन घायल है।
Uttarakhand: A cloudburst in the Bhim Bali area of the Kedarnath pedestrian route damaged approximately 30 meters of the path, blocking passage.
Around 150 to 200 pilgrims are stranded. The incident occurred after heavy torrential rains. More details awaited pic.twitter.com/r15VPZpJwC
— IANS (@ians_india) July 31, 2024
केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी बादल फटा
केदारनाथ पैदल मार्ग में भीम बली के गदेरे में भी बादल फटने की घटना हुई है। इस घटना से पैदल मार्ग का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है और रास्ते में भारी मलबा और बोल्डर गिर गए हैं, जिससे मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है। भीम बली में करीब 200 तीर्थ यात्रियों के फंसे होने की आशंका है। केदारनाथ धाम में मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, और गौरीकुंड में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गौरी माई मंदिर को खाली करवा दिया गया है।
प्रदेश भर में कल रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई। रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 1, 2024
नदी-नालों का उफान
प्रदेश की सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सभी बरसाती नाले और गदेरे उफान पर हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य के लिए रवाना हो चुकी हैं। बिजली विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से शटडाउन कर दिया है, और पीडब्ल्यूडी के एई भी मौके पर मौजूद हैं। राहत एवं बचाव के लिए जेसीबी भी रवाना कर दी गई है।
सुरक्षा एवं बचाव कार्य
राहत और बचाव के प्रयास तेजी से चल रहे हैं। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है और प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।