इससे पहले भी बीते सोमवार 19 अगस्त को उधमपुर जिले में घात लगाए बैठे आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) पुलिस और विशेष अभियान समूह (SOG) की एक संयुक्त टीम पर हमला किया था। इस हमले में CRPF के एक जवान की मौत हो गई थी।
यह हमला तब हुआ जब SOG और CRPF के जवान बसंतगढ़ के दूरस्थ डुडु क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। घात लगाए आतंकियों ने अचानक (Jammu-Kashmir) गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस हमले में CRPF की 187वीं बटालियन के जवान कुलदीप सिंह घायल हो गए थे और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी। हमले के बाद, सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के दौरान आतंकी मौके से भाग निकले। घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए थे और इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया था।
ये आतंकी हमले (Jammu-Kashmir) उस समय हो रहे हैं जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। राज्य में लगभग 10 साल बाद चुनाव हो रहे हैं। इससे पहले साल 2014 में चुनाव हुए थे। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से 2019 से चुनाव नहीं हुए थे।
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में 3 चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का 1 अक्टूबर को होगा, जबकि नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि आतंकवादी इन घटनाओं के जरिए घाटी में डर का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
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चुनावों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की जा रही है। अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में थ्री टियर सुरक्षा व्यवस्था लागू की जा रही है। मतदान के समय उन क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जाएगी जहां अक्सर आतंकवादियों की गतिविधियां देखी जाती हैं।