Ghazipur: गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का प्रकोप बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। जिलाधिकारी ने स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
गंगा नदी के उफान के मद्देनजर, विकास खण्ड करण्डा के तटवर्ती क्षेत्र में बसे बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह और उपजिलाधिकारी सदर ने मिलकर ग्राम पंचायत महबलपुर और दीनापुर के कुल 40 परिवारों को आदर्श बाढ़ राहत शरणालय प्राथमिक विद्यालय दीनापुर में राशन किट का वितरण किया। इस मौके पर, उन्होंने प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी भी ली।
उपजिलाधिकारी (Ghazipur) ने बताया कि प्रभावित गांवों में राजस्व प्रशासन द्वारा भी राशन किट का वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, तहसील मुहम्मदाबाद और तहसील सेवराई के बाढ़ प्रभावित गांव सेमरा में 55 परिवारों, मुबारकपुर में 40 परिवारों और हसनपुरा में भी बाढ़ पीड़ितों को राशन किट प्रदान की गई है।
यह राहत कार्य बाढ़ पीड़ितों के जीवन को सहज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों और जिला पंचायत के प्रयासों से प्रभावित परिवारों को जरूरी मदद मिल रही है।