Ravi Kishan: रवि किशन के इस वीडियो में उन्होंने तिरुपति लड्डू विवाद का भी जिक्र किया, जो हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बयान के बाद शुरू हुआ था। नायडू ने कहा था कि पिछली सरकार के दौरान तिरुपति के लड्डुओं में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।
टीडीपी द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में घी के नमूनों में पशु चर्बी और मछली के तेल की मौजूदगी का दावा किया गया है, जिससे धार्मिक और राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है। रवि किशन के बयान ने इस विवाद को और हवा दी है।
तिरुपति लड्डू विवाद से जुड़ी प्रतिक्रिया
शस्त्र उठाने की बात कहने वाले ये चेहरे किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। बीते कई सालों से कई भारतीय भाषाओं में फिल्में करने वाले अभिनेता और गोरखपुर से बीजेपी के सांसद रवि किशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में रवि किशन हथियार उठाने और युवाओं को उसकी ट्रेनिंग दिए जाने की बात कर रहे हैं।
Ravi Kishan ने यह बयान गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ और महंत अवैद्यनाथ की पूर्ण तिथि सप्ताह समारोह के समापन के अवसर पर दिया। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक और धार्मिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
ये गोरखपुर का सांसद रवि किशन है अपनी बेटी को लंदन में पढ़ा रहा और गरीब के बच्चों को शस्त्र उठाने के लिए उक्सा रहा।
ये गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के कंधो पर बंदूक रखकर चलाते है और इसका फायदा इन्हें खुद की राजनीति चमकाने में मिलता है।pic.twitter.com/SjfhMLwhpl
— Shivam Yadav (@ShivamYadavjii) September 22, 2024
‘संतों के साथ योद्धा भी बनें’
अपने संबोधन में रवि किशन ने कहा, “संतों के साथ योद्धा भी बनिए। शास्त्र और शस्त्र दोनों एक साथ चलेंगे। आप लोग पढ़ रहे हैं, साधु बनेंगे, संत बनेंगे, विद्वान बनेंगे, ज्ञानी बनेंगे, लेकिन योद्धा बनिए। शस्त्र भी चाहिए शास्त्र के साथ।”
Ravi Kishan के इस बयान के दौरान उनके सामने छोटे-छोटे बच्चे बैठे हुए थे, जो वहां शिक्षा-दीक्षा ले रहे थे। सांसद का यह बयान युवाओं को शिक्षित होने के साथ-साथ योद्धा बनने की दिशा में भी प्रेरित करता दिख रहा है।
बयान के पीछे का संदर्भ
Ravi Kishan ने अपने बयान में भारत की बहुसंख्यक जनसंख्या के साथ हो रहे अन्याय का उल्लेख करते हुए युवाओं को शस्त्र की ट्रेनिंग लेने की सलाह दी। उनका मानना है कि ज्ञान और शस्त्र दोनों की आवश्यकता है, ताकि समाज में संतुलन बना रहे।
इस बयान ने विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक समूहों के बीच चर्चा को जन्म दिया है। कई लोग इसे सुरक्षा के मुद्दे से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे विवादास्पद मानते हैं।
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तिरुपति लड्डू विवाद से जुड़ी प्रतिक्रिया
रवि किशन के इस वीडियो में उन्होंने तिरुपति लड्डू विवाद का भी जिक्र किया, जो हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बयान के बाद शुरू हुआ था। नायडू ने कहा था कि पिछली सरकार के दौरान तिरुपति के लड्डुओं में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।
टीडीपी द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में घी के नमूनों में पशु चर्बी और मछली के तेल की मौजूदगी का दावा किया गया है, जिससे धार्मिक और राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है। रवि किशन के बयान ने इस विवाद को और हवा दी है।
राजनीतिक विवाद की नई दिशा
रवि किशन के ‘शस्त्र और शास्त्र’ वाले बयान और तिरुपति लड्डू विवाद ने धार्मिक और राजनीतिक ध्रुवीकरण की एक नई दिशा खोल दी है। अब देखना होगा कि इस विवाद में आगे क्या मोड़ आता है और राजनीतिक दल कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।