Lucknow: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को मुफ्त सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना और उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना है।
36,772 छात्राओं को मिलेगा लाभ
इस योजना के तहत, कुल 535 सरकारी विद्यालयों की 36,772 छात्राओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध कराए जाएंगे। Lucknow सरकार ने इसके लिए 110.316 लाख रुपये की राशि जारी की है, जो संबंधित विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा खर्च की जाएगी। यह पहल मुख्य रूप से कक्षा 6 से 8 की छात्राओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जो ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों से आती हैं। इन क्षेत्रों की बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी स्कूल में उपस्थिति भी प्रभावित होती है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना ही नहीं है, बल्कि उनके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना है। सरकार को (Lucknow) उम्मीद है कि इस पहल से छात्राओं की शिक्षा में सुधार होगा और उनकी नियमित उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा सकेगी। मासिक धर्म के दौरान बालिकाएं अक्सर स्कूल नहीं जातीं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने से न केवल उनकी उपस्थिति में सुधार होगा, बल्कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
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पारदर्शिता और समिति गठन
सेनेटरी पैड की खरीद और वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने (Lucknow) के लिए सरकार ने विशेष निर्देश जारी किए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के निर्देश पर, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को बजट प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर सेनेटरी पैड वितरित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही विद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें प्रधानाध्यापक, महिला शिक्षिका, आईसीडीएस सुपरवाइजर, और एएनएम सदस्य के रूप में शामिल होंगी।
स्वच्छता और सशक्तिकरण की दिशा में कदम
यह योजना बालिकाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ उनके शैक्षिक सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।