Kannauj Rape Case: उत्तर प्रदेश पुलिस ने कन्नौज में हुए नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया है। नवाब सिंह यादव पर पहले से ही दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज था और 12 अगस्त से वह जेल में बंद हैं।
उनके छोटे भाई नीलू यादव और पीड़िता की बुआ पर भी गैंगस्टर एक्ट (Kannauj Rape Case) के तहत कार्रवाई की गई है। तीनों के खिलाफ कन्नौज के सदर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है।
दुष्कर्म का मामला और गिरफ्तारी
12 अगस्त को 15 वर्षीय नाबालिग लड़की से कथित दुष्कर्म के आरोप में नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। नाबालिग लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया और बयान भी दर्ज किए गए।
नवाब सिंह यादव को आपत्तिजनक हालत में हिरासत में लिया गया था, हालांकि उन्होंने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है। नवाब सिंह का कहना है कि उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है, क्योंकि पीड़िता की मां पहले समाजवादी पार्टी में थी, लेकिन अब भाजपा में शामिल हो चुकी है।
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नवाब सिंह पर गंभीर आरोप और राजनीतिक बयानबाजी
भाजपा ने इस मामले को लेकर आरोप लगाया था कि नवाब सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी हैं। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि नवाब सिंह यादव कई साल पहले ही पार्टी से अलग हो चुके हैं और वर्तमान में उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं है। इस बीच, नवाब सिंह यादव के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी के बाद कोतवाली का घेराव भी किया था।
नीलू यादव को मिली जमानत
नवाब सिंह के भाई नीलू यादव को बलात्कार पीड़िता की एक रिश्तेदार पर दबाव डालने और बयान बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को नीलू यादव को जमानत दे दी। विशेष पॉक्सो न्यायाधीश अलका यादव ने जमानत अर्जी की सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया।
नवाब सिंह यादव पर पहले से ही 16 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि उनके भाई नीलू यादव पर 12 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इन दोनों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है, जिससे मामले की गंभीरता को और बढ़ावा मिला है।