Mayawati on Bahraich riots: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी निभाई होती, तो इस तरह की हिंसा कभी नहीं होती। मायावती ने मंगलवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बहराइच की बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर गहरी चिंता व्यक्त की और शासन की नीयत व नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि त्योहार कोई भी हो, शांति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, और इसके लिए ठोस प्रबंध आवश्यक हैं।
बहराइच की घटना पर सरकार को घेरा
Mayawati ने अपनी पोस्ट में बहराइच की घटना को बेहद चिंताजनक बताते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई है। उन्होंने लिखा, “यदि शासन-प्रशासन की नीयत और नीति कानूनवादी होती और वे निष्पक्ष तरीके से काम कर रहे होते, तो बहराइच की यह हिंसक घटना कभी नहीं होती।” बसपा प्रमुख ने जोर दिया कि किसी भी मजहब के त्योहारों के दौरान विशेष प्रबंध किए जाने चाहिए ताकि शांति और सद्भाव बना रहे।
अमन-चैन की सरकार की जिम्मेदारी
Mayawati ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को हर हाल में राज्य में अमन-चैन और लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ऐसे संवेदनशील अवसरों पर किसी भी तरह की चूक न हो और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाए जाएं।
उन्होंने कहा, “अगर सरकार ने समय पर जिम्मेदारी निभाई होती और शांति व्यवस्था के लिए उचित प्रबंध किए होते, तो बहराइच जैसी घटना कभी घटित नहीं होती।”
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एक युवक की मौत
बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा विवाद हो गया था, जिसके बाद पत्थरबाजी, फायरिंग, और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इस हिंसा में एक युवक की मौत हो गई, जिसकी पहचान रामगोपाल के रूप में हुई है। आरोप है कि उसे पहले पीटा गया और फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव है, और पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। प्रभावित इलाकों में सख्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं और लोगों की पहचान के आधार पर ही एंट्री दी जा रही है।