Lucknow: लखनऊ के अलीगंज स्थित श्रीराम औद्योगिक अनाथालय एक बार फिर विवादों में घिर गया है, जब वहां से 9 लड़कियां खिड़की की जाली काटकर फरार हो गईं। इस घटना ने अनाथालय की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पकड़ाई गई दो लड़कियों ने पुलिस के सामने यह आरोप लगाया है कि उन्हें अनाथालय में पढ़ाई नहीं करने दी जाती थी और उनके साथ परेशानियां होती थीं। Lucknow पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया और शेष 7 लड़कियों की तलाश में जुट गई है, जिनमें से एक लड़की बहराइच की निवासी है।
लड़कियों के गायब होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया और मात्र तीन घंटे में दो लड़कियों को बरामद करने में सफल रही। पकड़ी गई लड़कियों की उम्र लगभग 16 से 17 वर्ष के बीच बताई जा रही है। एक लड़की जम्मू की है जबकि दूसरी बहराइच की रहने वाली है। दोनों लड़कियों ने यह खुलासा किया कि अनाथालय में पढ़ाई के लिए उन्हें रोका जाता था, जिससे वे परेशान होकर भागने का निर्णय लिया।
इस घटना के बाद, श्रीराम औद्योगिक अनाथालय के अधिकारियों ने डीएम के आदेश पर सभी 33 लड़कियों और 2 नवजात बच्चों को मोहान रोड स्थित राजकीय बालिका सुधार गृह में शिफ्ट करने का निर्णय लिया। यह लड़कियां पिछले तीन महीनों से अनाथालय में रह रही थीं और सभी पोक्सो एक्ट की पीड़िता हैं। अनाथालय के बारे में कहा जाता है कि यह 1911 से चल रहा है, लेकिन यह हमेशा विवादों में रहा है, जिसमें बच्चे बेचने के आरोप भी शामिल हैं।
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Lucknow पुलिस ने अन्य लड़कियों की तलाश के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और उनके घरों के संपर्क में आने वाले मार्गों पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस परिवार वालों से भी संपर्क कर रही है ताकि लड़कियों के बारे में जानकारी मिल सके। इस घटना ने श्रीराम औद्योगिक अनाथालय की सुरक्षा और देखरेख पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे यह मामला और अधिक गंभीर हो गया है।