Janpad Crime : जनपद में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक प्रसूता की जान चली गई। मामला कप्तानगंज थाना क्षेत्र का है जहां के धर्मसिंह पुर गांव निवासी शुभम कुमार अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने की वजह से 3 अक्टूबर को सीएचसी कप्तानगंज लेकर पहुंचे थे। शुभम के मुताबिक ड्यूटी में मौजूद डाक्टर व नर्स ने जांच पड़ताल की और कहा घबराने की बात नहीं है नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी। उस वक्त शुभम की माता भी वहां मौजूद थी मौके पर डॉक्टर और नर्स पहुंचकर उनकी माता को 10 मिनट के लिए बाहर जाने को कहा।
उसके बाद डॉक्टर और नर्स द्वारा उसकी पत्नी के प्राइवेट पार्ट में टांका लगाया जा रहा था। शुभम की पत्नी तेज़ आवाज़ में चिल्लाने की आवाज पर उसकी सास मौके पर पहुंची और देखा कि वह बेहोश हो गई थी।
सरकारी अस्पताल से आनन फानन में किया रेफर
प्रसूता के बेहोश होने के बाद मौजूद डॉक्टर और नर्स नेआनन फानन में शुभम की पत्नी को कैली अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। डॉक्टर ने बताया कि महिला बच्चेदानी पलट गई है। उस वक्त महिला को मात्र दो पॉइंट खून बचा था, उसके पति शुभम ने हालत गंभीर देखते हुए अपने पत्नी को कृष्ण मिशन हॉस्पिटल बस्ती लेकर पहुंच गया और उपस्थित डॉक्टर से जांच करवाया तो डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए और बताया कि बच्चेदानी पलट गई है। जिसे बचा पाना असंभव है। इसके कुछ देर बात ही प्रसूता की मौत हो गई।
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पत्नी को खोया अब इंसाफ की आस
शुभम के मुताबिक सीएचसी के डॉक्टर औऱ नर्स की लापरवाही ने उसकी जीवनसाथी उससे छीन ली है। इसे लेकर अब शुभम प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहा है और जिलाधिकारी से मामले में कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित पति शुभम के मुताबिक यदि डॉक्टरों द्वारा सही समय पर मेरे पत्नी के बारे में सब कुछ स्पष्ट बताया गया होता तो शायद आज वह बच जाती लेकिन उसके मृत्यु होने का उत्तरदाई कप्तानगंज सीएचसी के डॉक्टर व नर्स की है और उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए कार्यवाही होनी चाहिए