Chhath Pooja : आज से नहाय खाए के साथ छठ का व्रत प्रारंभ हो रहा है। 6 नवंबर को खरना होगा। 7 नवंबर को अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को उदयगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरूआत नहाय-खाय के साथ हो रही है। दीपावली के बाद अब छठ की तैयारियों की रौनक शहर में दिखाई देने लगी है। गोरखपुर में भी बड़ी संख्या में लोग छठ मनाते हैं। इसलिए राप्ती नदी राजघाट सजने लगा है।
राप्ती नदी किनारे होता है विहंगम दृश्य
गोरखपुर जिले के ग्रामीण और महानगर में अर्घ्य देने के लिए जहा नदियों के किनारे चार घाट बनाए गए है तो वही मंदिरों पर अस्थाई तालाब का निर्माण किया जा रहा है। जहां पर अस्तगामी और उदयगामी सूर्य देव को व्रती महिलाएं अर्घ्य देंगी। महानगर के कई कॉलोनियो में तो छठ महापर्व की छटा देखते ही बनती है। यहां सुंदर तरीके से तालाब को सजाया जाता है। इसके अलावा शहर में रायगंज, बेतियाहाता, सिंघड़िया, मोहद्दीपुर आदि स्थानों पर भी छठ महापर्व मनाया जाता है। गोरखपुर के लोगों में पर्व का उत्साह देखा जा रहा है। महिलाएं इसकी तैयारियों में जुट गई हैं। यह पर्व पर सूर्यदेव और छठी माता के पूजन किया जाता है।
ऐसे होगा चार दिवसीय महापर्व
गोरखपुर के लोग छठ(Chhath Pooja) महापर्व की तैयारियों में जुट गए हैं। आज से नहाय खाए के साथ यह व्रत प्रारंभ हो गया है। इस दिन व्रती महिलाएं चने की दाल, लौकी और भात प्रसाद में ग्रहण करेंगी। 6 नवंबर को खरना होगा। इस दिन गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण किया जाएगा। इसी के साथ लगातार 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ होगा। 7 नवंबर को अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को उदयगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ व्रत पूर्ण होगा। व्रत के लिए खासकर ठेकुआ का प्रसाद बनाया जाता है।
सज गए हैं बाज़ार, श्रद्धालुओं का इंतजार
वही अगर बात करें छठ बाजारों की तो बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है पूर्वांचल का मशहूर बाजार गोरखपुर के फल मंडी में भी लोगों के भीड़ लगी हुई है । जनपद में छठ पर्व को देखते हुए नवीन महेवा मंडी में फलों की बिक्री शुरू हो चुकी है। जनपद में छठ पर्व को देखते हुए नवीन महेवा मंडी में फलों की बिक्री शुरू हो गयी है जिसके सम्बध में फल खरीद करने वाले और व्यापारियों ने कहा की छठ पर्व को देखते हुए हम लोगो ने फलों की दुकान लगाया है जिसमें अमला,गूलर, कैच, शरीफा,तरबूज,तमरक,हरे को बेच रहे है जिसको लोग खरीद भी रहे है जो कि 40 से पचास रुपये किलो बिक रहा है।
उंन्होने बताया कि हम लोग हर साल छठ पर इस तरह के फलों को बेचने आते है क्योंकि इन फलों को छठ में पूजा में उपयोग किया जाता है इससे हमारी अच्छी कमाई हो जाती है इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए फल बिक्रेता अजय सोनकर,पन्ने, फूलचंद ने कहा की आज से नहाए खाय के साथ व्रत का शुभारंभ हो गया है घर के लोग खरीदारी करने में जुट गए हैं ।