Kushinagar: जनपद के अपर जिला जज और सचिव विविध सेवा प्राधिकरण शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने बाल सम्प्रेक्षण गृह यानी रिमांड होम गोरखपुर का औचक निरीक्षण किया। अचानक निरीक्षण से पहले तो यहां कर्मचारियों के हड़बड़ी मच गई लेकिन बाद में यहां के कर्मचारियों ने अपर जिला जज को यहां की सुविधाओं की जानकारी दी और कुछ प्रस्तावित सुझावों पर अमल करने का आश्वासन दिया। अपर जिला जज ने यहां पर बन्द बाल कैदियों के बेहतर भविष्य के लिए कई सुझाव दिए और आने वाले दिनों में बाल कैदियों को किस तरह मुख्य धारा में लाया जाए इस पर भी जरूरी निर्देश दिए
बाल कैदियों के भविष्य को संवारने की तैयारी
Kushinagar अपर जिला जज ने वहां रह रहे बाल कैदियों के स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली साथ ही कहा कि कोई भी बाल कैदी अगर तकनीकी शिक्षा के प्रति रुझान रखता है तो उसे इस तरह की शिक्षा भी मुहैया कराई जाए। उन्होंने यहां के भोजनालय का भी जायजा लिया, और ये सुनिश्चित किया गया कि बच्चों को पौष्टिक आहार मिल सके। इसके अलावा यहां साफ सफाई की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया गया और बच्चों को स्वच्छता के महत्व को बताया गया।
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इसके साथ ही Kushinagar बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक जमुना चतुर्वेदी को निर्देशित किये कि यहाँ रह रहे किशोर अपचारियों को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाये तथा ऐसी एनजीओ का चयन करें जिससे उनको रोजगार देकर इन्हें पुनर्वासित कर समाज की मुख्य धारा में ला सकें। माननीय चेयरमैन उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया गया और आवश्यक कार्यवाही करते हुये उचित दिशा-निर्देश निर्गत किये गये।