Lucknow Airport: उत्तर प्रदेश के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (अमौसी एयरपोर्ट) ने इस साल के त्योहारों के मौसम में यात्रियों की संख्या में रिकार्ड कायम किया है। नवंबर के पहले दस दिनों में ही एयरपोर्ट से करीब 2.7 लाख यात्रियों ने यात्रा की, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। दीपावली और छठ पूजा के त्योहारों के चलते हवाई यात्रा का क्रेज इस साल और भी बढ़ा हुआ दिखा, जिससे एयरपोर्ट और एयरलाइंस दोनों को आर्थिक रूप से बड़ा लाभ हुआ। अमौसी एयरपोर्ट पर यात्रियों की यह भीड़ न केवल सुविधाजनक हवाई यात्रा का प्रतीक है, बल्कि यूपी में बढ़ती हवाई यात्रा की मांग को भी दर्शाता है।
त्योहारों के चलते हवाई यात्री बढ़े
Lucknow Airport प्रशासन के अनुसार, नवंबर माह के पहले सप्ताह में औसतन 19,500 यात्रियों का आवागमन दर्ज हुआ। रविवार को यह संख्या 22 हजार के पार पहुंच गई, जो इस महीने का सर्वाधिक आंकड़ा है। बीते साल की तुलना में इस साल यात्री संख्या में बड़ी बढ़ोतरी देखी गई, जो मुख्य रूप से त्योहारों के सीजन के कारण है। दीपावली और छठ पूजा के चलते छुट्टियां होने से यात्रियों ने हवाई सेवा का विकल्प चुना, विशेषकर तब जब ट्रेनों में बर्थ की कमी रही।
नई उड़ानों ने बढ़ाया हवाई यातायात
पिछले एक साल में अमौसी एयरपोर्ट से इंडिगो, अकासा एयर, एयर इंडिया एक्सप्रेस, ओमान एयर, एयर एशिया मलेशिया और थाई एयर एशिया जैसी कंपनियों ने अहमदाबाद, मुंबई, बैंगलोर, दिल्ली, वाराणसी, दम्मम, दुबई, मस्कट, अबू धाबी, कुआला लम्पुर और बैंकॉक जैसे शहरों के लिए नई उड़ानें शुरू की हैं। इसके चलते यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ और त्योहारों के दौरान हवाई अड्डे पर भीड़ में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
10 नवंबर को दर्ज हुईं 154 उड़ानें
रविवार, 10 नवंबर को Lucknow Airport ने हवाई यातायात में एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया, जब कुल 154 उड़ानें संचालित हुईं। एयरपोर्ट के मुताबिक, नवंबर के पहले 10 दिनों में यात्रियों की दैनिक आवाजाही का औसत 19,500 रहा, जिसमें घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों यात्राएं शामिल रहीं। एयरपोर्ट प्रवक्ता ने बताया कि यह आंकड़ा यूपी में हवाई यातायात के महत्व को दर्शाता है, जो अब केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है।
अमौसी एयरपोर्ट का यह रिकॉर्ड यूपी के हवाई यातायात में उछाल का प्रतीक है और यह दर्शाता है कि राज्य में यात्रियों की मांग के चलते हवाई अड्डे और एयरलाइंस के विस्तार की आवश्यकता भी बढ़ रही है।